विहिरगांव
कर्ज के बोझ से दबे और लगातार फसलों के बर्बाद होने से परेशान राजुरा तालुका के ग्राम विहिरगांव के किसान रघुनाथ रामा देवईकर (64) ने शनिवार की रात जहरीली दवा पीकर आत्महत्या कर ली.
राजुरा से 12 किलोमीटर दूर विहिरगांव के 4 एकड़ जमीन के मालिक रघुनाथ पिछले चार सालों से इस उम्मीद में बोआई करते जा रहे थे कि कभी तो बेहतर फसल आएगी और उनके दिन बहुरेंगे, लेकिन हर बार निराशा ही उनकी झोली में पड़ती थी. चार साल पहले रघुनाथ ने बैंक ऑफ़ इंडिया से 50 हजार का फसल कर्ज लिया था, लेकिन वे उसका भुगतान नहीं कर पा रहे थे. चिंता यही थी कि ऐसे में कैसे कर्ज की अदायगी होगी और कैसे परिवार का खर्च चलेगा. इसी चिंता और उधेड़बुन में रघुनाथ ने शनिवार की रात जहर पीकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
सुबह परिवार के ध्यान में यह बात आते ही उन्हें ग्रामीण रुग्णालय में दाखिल किया गया, मगर इलाज के दौरान उनकी जीवनज्योति बुझ गई. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. आगे की जांच की जा रही है.