विरुर(स्टे.)
फसलों से लगातार हो रहे नुकसान और कर्ज के बढ़ते पहाड़ से घबराकर धोमापुर निवासी 42 वर्षीय किसान चोकेश्वर लाचमा बानोत ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली. कल 31 जुलाई को इस घटना का पता चला. बानोत ने खेत में फसलों की बुआई के लिए काफी कर्ज ले रखा था. उस पर करीब 1 लाख रुपयों का कर्ज था. इस बार भी बारिश की बेरुखी के चलते उसकी चिंता कर्ज की अदायगी को लेकर बढ़ती जा रही थी. उसे सिवाय अपनी जीवनयात्रा खत्म करने के और कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा था. आखिर बानोत ने गुरुवार को अपने खेत के पेड़ से लटककर जान दे दी. बानोत अपने पीछे पत्नी, दो बेटे सहित भरापूरा परिवार छोड़ गया है.