Published On : Thu, Aug 14th, 2014

वर्धा : बोगस मजदूरों के नाम पर वसूले लाखों रुपए

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देवली तालुका के बाभुलगांव (खोसे) में रोगायो में लाखों का भ्रष्टाचार


वर्धा

देवली तालुका के ग्राम बाभुलगांव (खोसे) में रोजगार गारंटी योजना (रोगायो) में लाखों का भ्रष्टाचार किया गया है. इतना ही नहीं, काम पर बोगस मजदूर भी दिखाए गए हैं. इस आशय की लिखित शिकायत नागरिकों ने वर्धा जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और देवली के खंड विकास अधिकारी को दी है. अनेक नागरिकों के हस्ताक्षर से शिकायत 25 जुलाई 2014 को की गई है. शिकायत की जांच के बाद ग्राम स्वयंसेवक हिरेश्वर टापरे और ग्राम सेविका वर्षा खडेराव को दोषी पाया गया है.

ग्राम स्वयंसेवक और ग्राम सेविका दोषी
देवली तालुका के ग्राम बाभुलगांव (खोसे) में रोगायो के ग्राम स्वयंसेवक हिरेश्वर टापरे और ग्राम सेविका वर्षा खडेराव ने योजना के तहत 50 प्रतिशत से भी कम पेड़ लगाए. इतना ही नहीं, बोगस मजदूरों के नाम पर बिल भी वसूले गए. खंड विकास अधिकारी झाडे के पास यह शिकायत पहुंचने के बाद उन्होंने जब मामले की छानबीन की तो हिरेश्वर और वर्षा दोनों को दोषी पाया गया. जांच में बोगस मजदूरों के नाम पर बिल उठाने का खुलासा भी हो गया.

बोगस मजदूरों के नाम वसूली का नायाब तरीका
बताया जाता है कि ग्राम बाभुलगांव (खोसे) के मजदूरों के नाम पर डाक विभाग के पास बुक बनाकर उस पर बोगस मजदूरों के नाम दिखाए जाते हैं. ये ऐसे मजदूर होते हैं जो कभी भी रोगायो के काम पर नहीं जाते. बाद में इन्हीं मजदूरों को एक दिन के 500 रुपए देकर पास बुक से पैसा निकालने के लिए लाया जाता है. बताया जाता है कि इसके बाद यह पैसा हिरेश्वर और वर्षा आपस में बांट लेते हैं. ग्रामीणों की नजरें अब इसी ओर टिकी हुई हैं कि दोनों दोषी कर्मचारियों के खिलाफ अब क्या कार्रवाई की जाती है.

Representational pic

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