Published On : Sat, May 24th, 2014

वर्धा : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यकारी अभियंता रिश्‍वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

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वर्धा

कार्यकारी अभियंता सुधीर झोड़पे को रिश्‍वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार करते एसीबी के अधिकारी.

कार्यकारी अभियंता सुधीर झोड़पे को रिश्‍वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार करते एसीबी के अधिकारी.

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यकारी अभियंता सुधीर झोड़पे को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने यहां गुरुवार की शाम साढ़े 7 बजे एक कार मालिक से 12 हजार रुपए की रिश्‍वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार अपनी इंडिका कार को कार्यालय में मासिक किराए पर फिर से लगाने के लिए कार मालिक नीरज रक्षिले ने कार्यकारी अभियंता झोड़पे (51) से मुलाकात की तो उन्होंने रक्षिले से 18 हजार रुपए की रिश्‍वत की मांग की. रक्षिले ने एसीबी से इसकी शिकायत की और फिर कार्यालय में ही कार्यकारी अभियंता झोड़पे को रिश्‍वत लेते एसीबी दल ने रंगेहाथ पकड़ लिया. इसके बाद शहर थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून की धारा 3,7 के तहत मामला दर्ज कर कार्यकारी अभियंता को गिरफ्तार र लिया गया.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेवाग्राम रोड के धन्वतरी नगर निवासी नीरज रक्षिले (32) की इंडिका दो वर्ष से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग में मासिक किराए पर लगी हुई थी. एक माह पहले कार्यकारी अभियंता सुधीर झोड़पे ने इंडिका मासिक किराए से बंद कर दी. मासिक किराए से कार बंद किए जाने पर कार मालिक नीरज रक्षिले ने कार्यकारी अभियंता झोड़पे से मिलकर चर्चा की तब उन्होंने 18 हजार रुपए देने पर ही इंडिका कार मासिक किराए पर दोबारा शुरू करने की बात कही. नीरज ने चर्चा के दौरान कार्यकारी अभियंता झोडपे को गुरुवार को 12 हजार रुपए देने की बात तय की तथा शेष राशि बाद में देने का कहा.

इधर नीरज ने एंटी करप्शन ब्यूरो वर्धा कार्यालय में शिकायत दर्ज करा दी. इस शिकायत पर एसीबी दल के पुलिस अधीक्षक शिरभाते के मार्गदर्शन में डीवायएसपी अनिल लोखंडे, डीवायएसपी ठोंसरे, एएसपी पुरंदरे, पुलिस निरीक्षक प्रदीप चौगांवकर, प्रदीप देशमुख, ब्रिजकिशोर तिवारी, गिरीश कोरडे व अन्य कर्मी तथा गोंदिया एसीबी के दल ने जाल बिछाकर कार्यकारी अभियंता सुधीर झोड़पे को 12 हजार रुपए की रिश्‍वत लेते हुए पकड़ लिया. कार मालिक नीरज रक्षिले की इंडिका क्र. एमएच- 32 बी 875 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कार्यालय में मासिक किराए पर लगी हुई थी.