किसानों का हमदर्द होने का दावा सरकार कितना भी कर ले लेकिन उनके हितों के लिए कोई आगे आता नहीं दिखता. सरकार के नुमाईंदे ही अगर किसानो के खेत में घुसकर मनमानी करें तो गरीब किसान आखिर जाए कहां ये सवाल उठना लाज़मी है. ऐसा ही कुछ हुआ वरोरा के एक गरीब किसान के साथ. बी. एस. इस्पात कंपनी ने एक अल्पभूधारक किसान के खेत में जेसीबी चाला दी. किसान मारोती बेहरे ने थाने ने शिकायत दर्ज़ कराई है.
गौरतलब है की बड़ी मेहनत से मारोती ने खेत में फसल लगाई थी लेकिन खेत से होकर गुजरने वाली बी एस इस्पात कंपनी की 4 साल पुरानी पाइपलाईन अचानक फट गई और उसमे से रसायनयुक्त पानी खेत में फैल गया. परिणामस्वरूप मारोती की खेत की फसल को काफी नुकसान पहुंचा. इतना ही नहीं तो खेत में कंपनी ने जेसीबी से गड्ढा खोद दिया.
गौरतलब है की पांच साल पूर्व कंपनी ने मजरा परिसर में अपना काम शुरू किया और लोगों की माने तो रासायनिक पानी के लिए कीसानो के खेत से होते हुए पानी पाईप अवैध तरीके से लगाया. कई बार शिकायतें करने के बावजूद प्रशासन ने कंपनी के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया जिसका खामियाज़ा ये गरीब किसान भुगत रहे हैं.
आम आदमी पार्टी आई आगे
आम आदमी पार्टी के रुपेश घागी ने इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी के पास शिकायत की है. किसानों को कंपनी की तरफ से नुकसान का मुआवज़ा दिए जाने के साथ ही कंपनी पर अवैध तरीके से पाइपलाईन बिछाने के लिए कार्रवाई करने की मांग भी आम आदमी पार्टी के रुपेश घागी ने की है.