मूल
राजुरा तालुका के आर्वी में किसान विद्यालय में शिक्षक, लिपिक व सिपाही के पद पर नियुक्ती कराने का झांसा देकर लोगों से हज़ारों रूपए का चुना लगाने वाले एक दंपत्ति को मूल पोलिस ने गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक़ धाबा, तालुका गोंड़पिपरी के रहिवासी अशोक बाबुराव नामवर (40) और वर्षा अशोक नामेवार (37) ने लोगों को ये कहकर बेवकूफ बनाया की वो दोनों राजुरा तालुका के आर्वी में किसान विद्यालय में शिक्षक, लिपिक व सिपाही के पद रिक्त है और वो दोनों संस्था कार्यकारिणी के सदस्य है. दोनों ने बेरोज़गारों को नौकरी के सपने दिखाकर उनसे हज़ारों रूपए ऐंठे. विकास गेडाम और वर्षा गेडाम इन नकली नामों से ये दोनों लोगों से मिले थे. जानकारी के मुताबिक़ नामेवार दंपत्ति ने लोगों से 60 से 70 हज़ार रूपए जमा लिए थे.
गौरतलब है की नामेवार दंपत्ति ने मूल के रामपुर वार्ड में गीताबाई मडकाम के घर जाकर उनकी मौसी का परिचय दिया और रिश्तेदार होने का नाटक करके दोनों मडकाम के घर रात को रुके और बातों बातों में मडकाम की बेटी को राजुरा तालुके के आर्वी में किसान विद्यालय में नौकरी लगवा देने की पेशकश की. इस काम के लिए 14 हज़ार रूपए लगने की बात नामेवार दंपत्ति ने कही. गीताबाई मडकाम ने उन्हें 9 हज़ार रूपए दिए. अगले महीने ऑर्डर आएगा और बाकी बचे 5 हज़ार देने होंगे ऐसा कहकर नामेवार ने नौकरी का आश्वासन दिया. एक बार फिर आरोपी दंपत्ति गीताबाई मडकाम के घर पहुंचा और बाकी 5 हज़ार की मांग की. गीताबाई के पास पैसे नहीं होने से उसने वाघोली में रहने वाले अपने भाई सचिन पेंदाम से फोन कर पैसे मांगे और सारी बात बताई. पेंदार ने गीताबाई को जानकारी दी की वो लोग ठग हैं. साथ ही ये भी कहा की किसी तरह उन्हें रोककर रखें. गीताबाई ने अपने भाई के कहने मुताबिक़ उन्हें रोककर रखा. क्राइम ब्रांच को इसकी जानकारी दी गई. विभाग के श्रीराम कुंभरे ने विभाग के और पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर जाल बिछाया और दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया.