मूल में 15 अगस्त तक होगी बेहतर तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था
शिक्षण प्रसारक मंडल के अध्यक्ष की घोषणा
मूल
शिक्षण प्रसारक मंडल आगामी 15 अगस्त तक मूल में श्रेष्ठ तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था करेगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के गरीब बच्चों तक तकनीकी शिक्षा पहुंचाई जा सके. शिक्षण प्रसारक मंडल मूल के अध्यक्ष अधि. बाबासाहब वासाड़े ने यह घोषणा की. स्व. वि. तु. नागपुरे सामाजिक कार्य सेवा प्रतिष्ठान के तत्वावधान में स्व. नागपुरे जयंती के मौके पर आयोजित कृषि और पर्यावरण दिन समारोह में अध्यक्ष के नाते वे बोल रहे थे.
गुणवत्ता में होगा इजाफा
कार्यक्रम के उद्घाटक बीआईटी बल्लारपुर के संचालक संजय वासाड़े ने कहा कि भविष्य की योजना बनाकर और बच्चों का बेहतर करियर बनाने की दृष्टि से प्रतिष्ठान द्वारा उचित इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया तो अच्छे संस्कार और संस्कृति के साथ ही वैचारिक प्रगति और गुणवत्ता में भी इजाफा होगा. नागपुरे साहब का भी तो यही सपना था. प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित प्रा. डॉ. निखाड़े ने भी स्व. वि. तु. नागपुरे के जीवन पर प्रकाश डाला. विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित पंचायत समिति के पूर्व सभापति और सदस्य
संजय मारकवार ने भी समयोचित विचार रखे.
किसान, विद्यार्थियों, कर्मचारियों का सत्कार
इस मौके पर उत्कृष्ट किसान के रूप में दशरथ पा. बोरकर का प्रतिष्ठान की ओर से सत्कार किया गया. उसी तरह कक्षा दसवीं के मेधावी विद्यार्थियों कु. अस्मिता गजघाटे, कु. प्रतिभा पायघम मूल, नरेश करकाड़े अंतरगांव, प्रतीक भुरसे व्याहाड, 12 वीं के शुभम भोयर राजोली, सुशील दहिवले मूल, शुभम भुरसे, वोकेशनल संकाय से राहुल सोमनकर, कु. शुभांगी नागमवार, डिग्री कॉलेज से वाय. एस. सोमनकर, बीएससी से अभिषेक तुंडुरवार का सत्कार किया गया. इस अवसर पर संस्था से सेवानिवृत्त हुए प्रा. दिलीप जगनाडे, डॉ. तोमर मैडम, सुधीर नागोशे, एस. ए. अंसारी, आर. डब्ल्यू. कासर्लावार, एस. जे. झुरमुरे, एस. बी. पठान, श्रीमती सोमलकर, श्रीमती़ कल्पना वानखेड़े, प्रा.
अनिल ढुमने, जी. के. येरमे, पुंडलिक गुरनुले और आदर्श शिक्षिका के रूप में कु. वाय. एस. टोंगे एवं प्राथमिक शिक्षा के एस. जेड. आत्राम का भी सत्कार किया गया.
विशेष जानकारी
प्रास्ताविक भाषण संस्था के सचिव अधि. अनिल वैरागड़े ने दिया, जबकि कार्याध्यक्ष डॉ. राममोहन बोकारे ने स्व. वि. तु. नागपुरे के संबंध में विशेष जानकारी दी. संचालन एस. जी. बोबड़े ने किया और आभार विजय सिद्धावार ने माना. कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रतिष्ठान के सचिव प्राचार्य डॉ. अ. ह. वानखेड़े, संयोजक वाय. एस. मरसकोल्हे, उपाध्यक्ष दि. न. एडलावार, र. सो. पडोले, प्राचार्य ते. क. कापगते, वा. व. आपटे. प्राचार्य गजानन नागापुरे, शशिकांत धर्माधिकारी, अविनाश गरपल्लीवार, अनंत बल्लेवार,
मुख्याध्यापिका वैशाली एडलावार, खेड़ीकर सहित शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों ने परिश्रम किया.