जटिल एवं जोखिम भरी शल्यक्रिया की
मलकापुर (बुलढाणा)
मलकापुर नगर के विकास में संचेती परिवार का बहुमूल्य योगदान रहा है. इसी संचेती परिवार के वरिष्ठ सदस्य जयसागर संचेती के सुपुत्र और मशहूर ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद संचेती दिल की जटिल शल्यक्रियाएं करने में माहिर हैं. अब तक वे अनेक लोगों को जीवनदान दे चुके हैं. अभी तीन दिन पहले ही उन्होंने एक 18 वर्षीय युवती की जटिल और जोखिम भरी शल्यक्रिया कर उसे जीवनदान दिया है.
मलकापुर के विधायक चैनसुख संचेती के भतीजे और राज्यसभा सांसद अजय संचेती के भाई डॉ. आनंद संचेती फ़िलहाल वर्धा के सावंगी मेघे स्थित आचार्य विनोबा भावे हॉस्पिटल में कार्यरत है. तीन दिन पहले ही डॉ. संचेती ने एक ऐसी 18 वर्षीय युवती की शल्यक्रिया की है, जिसे हृदय के एक तरफ ही दो रक्तवाहिनियां थी. युवती ‘डीसीआरवी’ और ‘कोरोनरीआर्टरी’ रोग से पीड़ित थी. इस दुर्लभ किस्म की बीमारी का उल्लेख मेडिकल की किताबों में भी आम तौर पर नहीं मिलता.
ऐसे में इस युवती की शल्यक्रिया करना किसी चुनौती से कम नहीं था. आम तौर पर किसी भी व्यक्ति के दिल के दोनों तरफ दो रक्तवाहिनियां होती हैं, लेकिन इस युवती के दिल में दोनों रक्तवाहिनियां एक ही तरफ थीं. ऑपरेशन के दौरान ही युवती की जान जाने का खतरा होने के बावजूद डॉ. आनंद संचेती ने इस चुनौती को स्वीकार किया. और उन्होंने इस चुनौती को सफलतापूर्वक पूरा भी कर लिया. युवती आज स्वस्थ है और अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रही है.
सावंगी मेघे का रुग्णालय विदर्भवासियों के लिए जीवनदान देने वाली एक संस्था बन चुका है. हॉस्पिटल के कुलपति दत्ता मेघे के सपनों के इस अस्पताल में राजीव गांधी जीवनदायी योजना के तहत अब तक अनेक विदर्भवासियों को जीवनदान मिल चुका है.