विधायक भोंडेकर की मांग, धान उत्पादक किसानों पर मंडरा रहा संकट
भंडारा
विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने राज्य सरकार से भंडारा जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि अनियमित और अपर्याप्त बारिश के कारण जिले के धान उत्पादक किसानों पर अकाल का संकट मंडरा रहा है. विधायक भोंडेकर ने कहा है कि शिवसेना ने धान उत्पादक किसानों का मामला हमेशा आक्रामक तरीके से उठाया है. उन्होंने कहा है कि जिले को सूखाग्रस्त नहीं घोषित करने पर शिवसेना की ओर से तीव्र आंदोलन किया जाएगा.
केवल पश्चिम महाराष्ट्र का विचार
विधायक भोंडेकर ने कहा है कि सरकार ने राज्य के ऐसे 123 तालुकों को अभावग्रस्त घोषित किया है, जहां 50 प्रतिशत से कम बारिश हुई है. भंडारा जिले में भले ही 70 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है, लेकिन धान की खेती के लिए जिस तरह की बारिश की जरूरत होती है ऐसी बारिश नहीं हुई है. यही कारण है कि कुछ क्षेत्रों में अभी तक धान की बुआई नहीं हुई है. जहां बुआई हुई है वहां बारिश के अभाव में जमीन में दरारें पड़ गई हैं और पौधे कुम्हलाने लगे हैं. केवल पश्चिम महाराष्ट्र का विचार करने वाली राज्य सरकार को 123 तालुकों की घोषणा करते समय भंडारा का विचार भी नहीं आया.
अब तक नहीं मिला मुआवजा
भोंडेकर ने कहा है कि आधारभूत केंद्रों पर बेचे गए धान का चुकारा अब तक जिले के धान उत्पादक किसानों को नहीं मिला है. पिछले साल हुई अतिवृष्टि और ओलावृष्टि के कारण जिन किसानों का नुकसान हुआ उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है. पिछले चार सालों से फसल बीमा का एक पैसा किसानों को नहीं मिला है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की धान उत्पादक विरोधी नीति और प्रकृति के प्रकोप के कारण किसानों का मनोबल टूट गया है.