Published On : Fri, Jul 18th, 2014

बुलढाणा जिले की 9 में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा

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राकांपा और भाजपा को मिलीं दो-दो नगर परिषदें


बुलढाणा

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बुलढाणा जिले की 9 नगर परिषदों में से 5 पर कांग्रेस ने अपना झंडा फहराया है, जबकि दो पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और दो पर भाजपा का नगराध्यक्ष चुना गया है. नगर परिषदों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के कल 17 जुलाई को चुनाव हुए थे. राकांपा को जहां बुलढाणा और देउलगांवराजा नगर परिषदें मिलीं वहीं भाजपा ने नांदुरा और जलगांव जामोद पर कब्जा जमाया. कांग्रेस ने चिखली, मेहकर, शेगांव, खामगांव और मलकापुर नगर परिषदों पर कब्जा किया.

मेहकर में वर्षा हजारी बनीं उपाध्यक्ष
बुलढाणा में राकांपा के टी. डी. अंभोरे, चिखली में कांग्रेस की शोभा सवडतकर, मेहकर में कांग्रेस की हसीना बी गवली, देउलगांवराजा में राकांपा की मालती कार्यदे, शेगांव में कांग्रेस के बंडूबाप्पू देशमुख, मलकापुर में कांग्रेस की मंगला पाटिल, खामगांव में कांग्रेस के अशोक सिंह सानंदा, नांदुरा में भाजपा की पुष्पा झांबरे और जलगांव जामोद में भाजपा के रामदास बोंबटकार चुने गए. चुनी गर्इं. मेहकर में कांग्रेस की हसीना बी गवली निर्विरोध नगराध्यक्ष चुनी गर्इं. मेहकर में कांग्रेस की ही वर्षा हजारी उपाध्यक्ष चुनी गर्इं.

बुलढाणा में सवा-सवा साल के लिए अध्यक्ष
27 सदस्यीय बुलढाणा नगर परिषद में राकांपा के 11, शिवसेना के 9, कांग्रेस के 4, भाजपा का 1 और 2 निर्दलीय सदस्य हैं. राकांपा की ओर से टी. डी. अंभोरे और मो. सज्जाद ने परचा भरा था. दोनों ही अपना पर्चा वापस लेने को तैयार नहीं थे. आखिर कांग्रेस के नेताओं ने मुद्दे को सुलझाया और दोनों को सवा-सवा साल के लिए नगराध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाने का आश्वासन दे दिया. आंभोरे 16 वोट लेकर पहले सवा साल के लिए नगराध्यक्ष चुन लिए गए. विनोद बेंडवाल निर्विरोध उपाध्यक्ष चुन लिए गए. मुख्याधिकारी संजीव ओव्हल ने निर्वाचन अधिकारी का कार्यभार संभाला.

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विजय जुलूस निकला

निर्वाचन के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर खुशी मनाई. इसके बाद निर्वाचित नगरायध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ विजय जुलूस निकाला गया. इस जुलूस में कांग्रेस के नगरसेवक, कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित थे.

बुलढाणा की अलग पहचान बनाएंगे : अंभोरे
बुलढाणा नगर परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष टी. डी. अंभोरे ने कहा कि वे शहर की प्रलंबित समस्याओं को शीघ्रता से हल करने और शहर की एक अलग पहचान बनाने की कोशिश करेंगे. शहर का नगराध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने कहा कि राकांपा के डॉ. राजेंद्र शिंगणे, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विजय अंभोरे, पूर्व विधायक धृपतराव साबले और संजय राठोड़ ने उन पर जो भरोसा जताया है उस पर खरा उतरने का वे प्रयास करेंगे.