Published On : Mon, Jul 14th, 2014

बल्लारपुर : जादू-टोने के शक में इतना पीटा कि जान ले ली

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बामणी-बेघर में तनाव, 6 गिरफ़्तारी के बाद पूरा गांव पहुंचा थाने

बल्लारपुर

bllarshah police station
जादू-टोने के संदेह में बामणी-बेघर के ग्रामीणों ने एक व्यक्ति को इतनी बुरी तरह पीटा कि अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसकी मृत्यु हो गई, जबकि उसके साथ की महिला फरार होने में सफल हो गई, मृतक का नाम शंकर हरि पिंपलकर (55) है, जबकि पुलिस ने इस मामले में गांव के उपसरपंच राकेश बहुरिया, सुनील बहुरिया, अनिल बहुरिया, कानु बहुरिया, धर्मराज बहुरिया और राजू चव्हाण को गिरफ्तार किया है. गुरू पौर्णिमा की रात 12 बजे घटी इस घटना से गांव में तनाव का माहौल बन गया. ग्रामीण पुलिस स्टेशन पर मोर्चा लेकर गए और सभी 6 आरोपियों को निर्दोष बताते हुए उन्हें रिहा करने अथवा पूरे गांव को गिरफ्तार करने की मांग की.

स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ने से हुआ शक
पिछले 3 माह से बामणी-बेघर परिसर के लोगों की स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ गई हैं. एक नवविवाहित महिला के बीमार पड़ने के बाद उसे महानगर ले जाया गया, मगर जांच के बाद पता चला कि उसे तो कोई बीमारी ही नहीं है. गांव में लाने पर वह फिर बीमार हो गई. गांववालों को लगा, जरूर कोई जादू-टोना कर रहा है. इस मामले से निपटने के लिए ग्रामीणों ने 3-3 सौ रुपए जमा किए. ग्रामीणों का मानना था कि गुरू पौर्णिमा पर तो जादू-टोना करने वाले सक्रिय होंगे ही.

नाले के किनारे जादू-टोना करते पकड़ा
बस फिर क्या था. गुरू पौर्णिमा की रात 12 बजे और लोगों ने खोजबीन शुरू की. संयोग से उन्हें गांव के नाले के किनारे एक पुरुष और एक महिला नग्नावस्था में कुछ करते दिखाई दे गए. ग्रामीणों ने आव देखा, न ताव और दोनों को पकड़ा और पीटना चालू कर दिया. पीटते हुए दोनों को गांव के चौक पर लाया गया. पुरुष गांव का ही शंकर पिंपलकर निकला. उपसरपंच राकेश बहुरिया ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने शंकर को ग्रामीण रुग्णालय ले जाने की सलाह दी, मगर उसकी हालत बिगड़ने के कारण शंकर को चंद्रपुर के जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई.

गांव में तनाव, थानेदार ने समझाकर किया शांत
इस बीच, शंकर की पत्नी पार्वता की शिकायत पर पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया. इनकी गिरफ़्तारी के बाद पूरा गांव थाने पहुंच गया और सबको गिरफ्तार करने की मांग करने लगा. इससे गांव में तनाव फ़ैल गया. पुलिस उपविभागीय अधिकारी डॉ. राजू भुजबल ने दंगा नियंत्रण बल को बुलवा लिया. उधर, पुलिस निरीक्षक निरुमणि तांडी ने गांव वालों को समझा-बुझाकर शांत किया.

कहां है वह बाबा ?
बामणी-बेघर के लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उन्होंने एक बाबा से संपर्क किया था, जिसने उन्हें बताया था कि गांव का शंकर पिंपलकर ही जादू-टोना कर रहा है. बाबा ने इसके लिए एक बड़ी सी पूजा भी की थी. बाबा को देने के लिए ही गांव में चंदा किया गया था. उसी के कहने पर गांव वालों ने शंकर पर नजर रखी थी. वह बाबा अभी भी खुला घूम रहा है. इस बाबा के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है.