देसाईगंज
गढ़चिरोली जिले का एकमात्र रेलवे स्टेशन वडसा में है. वडसा, जिले का व्यापारिक गतिविधियो वाला शहर भी बन चुका है. इस स्टेशन से यात्रियों की, खास कर वयापार के लिये यात्रा करने वालों की संख्या भी काफी बढ़ी है. इस स्टेशन पर हमेशा लोगों की भीड़ भी रहती है. लेकिन इस स्टेशन पर मात्र एक सुरक्षाकर्मी ही तैनात किया गया है. जबकि नक्सली गतिविधियों के साथ-साथ इस क्षेत्र में लूटपाट और चोरी जैसी अपराधिक वारदातें भी बढ़ रही हैं. इस स्टेशन पर हाल ही में महिला यात्रियों के साथ भी कई अपराधिक घटनाएं घट चुकी हैं.
ऐसे में वडसा स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की ज़रूरत है. रेल प्रशासन अथवा जिले का पुलिस प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. जबकि इस स्टेशन पर छह लोकल गाड़ियों और एक एक्सप्रेस ट्रेन की हाल्टिंग है. कई एक्सप्रेस ट्रेन भी रोज इस स्टेशन से गुजारती हैं. इसके अलावा यहां रेलवे रैक प्वायंट होने के करग अनेक गुड्स ट्रेंन (मालगाड़ियां) भी वडसा स्टेषन पर रुकी रहतीं हैं. इन सभी की सुरक्षा एक या दो सुरक्षा कर्मी नहीं कर सकता. इसके लिए इस स्टेशन पर सुरक्षा की पूरी व्यवस्था जल्द से जल्द होनी चाहिए.
10 रूपए में गोंदिया
वडसा से अधिकतर उत्त्तरी गोंदिया की यात्रा करते हैं. इनमें से अधिकतर चालाक यात्रियों पर टीटी साहबान कुछ अधिक ही मेहरबान रहते हैं और उन्हें सस्ते में, अर्थात बिना टिकट के मात्र 10 रूपए में गोंदिया लेजाने और लाने का धँधा कर रहे हैं और रेलवे को प्रतिदिन हजारों का चूना लगा रहे हैं. इस गोरखधंधे में वडसा स्टेशन के लगभग सभी रेल कर्मियों की मिलीभगत रहने का पता चला है.
चंद्रपुर-गोंदिया ट्रेनों से शराब की तस्करी, जुए का धंधा
इस ट्रेन रूट में अवैध धंधेबाजों को मानो खूली छूट मिलीं हुई है. चंद्रपुर-गोंदिया के बीच ट्रेनों में एक ओर जुए का धँधा बढ रहा है, जिसमें आम ग्रामीण यात्री को फ़ांस कर उन्हें लूटा जाता है. ट्रेनों में सुरक्षा कर्मी की तैनाती न होने से उन्हें इन जुआरियों से बचाने में दूसरे यंत्री भी डरते हैं. दूसरी तरफ शराब व्यापारी धड़ल्ले से अवैध शराब इन ट्रेनों से बिना रोकटोक लाते-ले जाते हैं.
आम जनता की अपेक्षाएं
वडसा स्टेशन पर यात्रियों की बढ़ती संख्या और आस पास के क्षेत्रों में बढ रही औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों के कारण अब वडसा स्टेशन पर यहॉं से गुजरने वाले एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज देने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जाने लगी है. आम लोगों को इस बात से नाराजगी है कि आस पास के छोटे स्टेशनो पर कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज दे दिए गए हैं, लेकिन वडसा के लोगों की माँग को हमेशा अनसुना किया जाता रहा है. रेल प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा, क्षेत्र के जन प्रतिनिधि भी जनता की इस मांग की ओर उदासीन बने हुए हैं.
मालधक्के के लिये अलग ट्रैक कि ज़रूरत
वडसा स्टेशन से माल की आवाजाही बढ़ने के कारण पिछले 3-4 सालों से मालधक्के का रैक प्वायंट दिया गया है. तब से मालगाड़ियां यहां के प्लेटफार्म क्रमांक-2 पर आकर कई-कई घंटे और पूरे एक-एक दिन भी खड़ी रहती हैं. ऐसे में वडसा के बाजार क्षेत्र से स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में वडसावासियों की मांग है कि यहां रुकने वाली मालगाड़ियों के लिये अलग ट्रैक का निर्माण कर शहर के यात्रियों की इस समस्या को दूर किया जाए.