Published On : Sat, Mar 8th, 2014

दहेगाव : पूर्व सरपंच रंजना सरोदे ने किया सरपंच अर्चना चौधरी के घर पर हंगामा

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दहेगाव (रंगारी) ग्राम पंचायत अंतर्गत सरकारी जमीन की अवैध बिक्री मामला से मचा हड़कंप से बौखलाई पूर्व सरपंच सरोदे ने आज सरपंच चौधरी के घर किया हंगामा

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नागपुर टुडे  : दहेगाव (रंगारी)-सावनेर विधानसभा के छोटे से गांव दहेगांव(रंगारी) में जमीन घोटाले के मामले में कल से ही ग्राम पंचायत में आम लोगों का तांता लग गया. जिन भी लोगों ने अपनी राशि निवेश की है उन्हें चिंता हुई और वे पूछताछ के लिए ग्राम पंचायत पहुंचे. उन्हें जानकारी मिली कि पंचायत ने उनके प्लॉट रिजेक्ट कर दिए हैं. जानकारी के मुताबिक पंचायत अब तक 800 से 1000 प्लॉट रिजेक्ट कर चुकी है और 4 हजार प्लॉट रिजेक्ट करने की प्रक्रिया जारी है.

गौरतलब है कि नागपुर टुडे ने दहेगांव(रंगारी) ग्राम पंचायत में जारी भूमि घोटाले की जांच संबंधी कई पहलुओं को नागपुर टुडे में प्रकाशित किया था. खबर छपते ही प्लॉट खरीदने वालों में हडकंप मच गया और वे ग्राम पंचायत कार्यालय जा पहुंचे. हर व्यक्ति यही जानना चाहता था कि कहीं उनके साथ धोखाधड़ी तो नहीं हुई है. यहां पहुंचे सभी लोग अपने दस्तावेज दिखाकर अपने प्लॉट की जानकारी ले रहे थे. ग्राम पंचायत से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को यहां करीब 250 परिवारों ने संपर्क किया.

शनिवार को भी सुबह ९ बजे से लेआउट धारक और प्लाट के खरीददारों का जमावड़ा देखते ही बनता था,इस बीच ग्राम पंचायत में आये लोगो से चर्चा का दौर जारी था कि सरपंच के पति को ग्रामपंचायत में सरपंच अर्चना का कॉल आया कि पूर्व सरपंच रंजना अरविन्द सरोदे घर में घुस कर हंगामा कर रही है,यह सूचना मिलते ही ग्राम पंचायत में उपस्थित सभी सरपंच के घर पहुंचे। तो पाया कि सरोदे जमकर हंगामा कर रही और असंवैधानिक शब्दो का इस्तेमाल कर रही है. उपस्थित नागरिको ने जैसे-तैसे सरोदे को घर से बाहर किया और सलाह दी की अगर सरपंच के प्रति कोई शिकायत है तो पुलिस थाने में जाकर शिकायत करे ,रंजना सरोदे मन भर हगामा कर अपने गंतव्य स्थान की और रवाना हो गई.प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त घटना की जानकारी खापरखेड़ा पुलिस को दी गई है.

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जिन लेआउट धारको की जाँच होना बाकि है,उनमे आनंद उदयनारायण सिंह (खसरा क्र ५६/१,१,१५३/२०१/१/२,९३ ),शरद किशनलाल राय (खसरा क्र १५२/१ ),गुणवंता मधुकर माकडे(१५२/१,१५२/२),देवराव होनियाजी निमजे(खसरा क्र २०१,२०२,५५/१ ),विकास चरणदास बनकर (खसरा क्र ४८/३),विजय संभाजी वानखेड़े (१३७/१,१३८,१४०),राकेश हीरालाल कैथल (खसरा क्र १११/१),महेंद्र गुलाबसिंह राठोड (खसरा क्र २०१/१,२१७,२१८ ),तुकाराम शंकरराव मैद (खसरा क्र ५२ ),संतोष किशनलाल राय(खसरा क्र ५१ अ ),हीरालाल मोहन झा (खसरा क्र १५४/१),अरुण कुमार सिंह (खसरा क्र ९१/३ ),राजन नागपाल (खसरा क्रमांक ८८ ),महादेव त्रयम्बक ताजने (खसरा क्रमांक ४४ ),विजय रामकृष्ण मस्के-आनद रामदास लांडगे-दीपक मारोती भगत (खसरा क्रमांक २०२),सुधाकर श्रावण वडस्कर (खसरा क्रमांक १६६/१,१६६),नितिन द्वारकाप्रसाद जैस्वाल (खसरा क्रमांक ४९ ) आदि का समावेश है.

ग्राम पंचायत सूत्रो का कहना है कि ग्राम पंचायत द्वारा सभी प्लाट के खरीददारों,लेआउट संचालको,और सम्बंधित पूर्व पदाधिकारियो को लिखित सूचना देकर उनका जवाब तलब किया जायेगा,इस लिखित सूचना के आधार पर प्लाट के खरीददार अपने साथ हुए धोखे का जिक्र कर शिकायत थाने में कर सकते है,अगर ग्राम पंचायत के सूचना पत्र को प्लाट धारको ने गम्भीरता से नहीं लिया तो ग्रामपंचायत थाने में मामला दर्ज करवाएगी ,फिर किसी भी दोषी को बचाना मुश्किल हो जायेगा।इस तरह ग्रामपंचायत द्वारा तहसील,वन,राजस्व,पेंच प्रकल्प के जमीन को अवैध तरीके से बेचने की सूचना सह दोषी के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की गुजारिश की जायेगी ,फिर भी कोई ठोस करवाई नहीं हुई तो अंत में ग्रामपंचायत न्य़ालय के शरण में जायेगी।