Published On : Sat, Mar 1st, 2014

तुमसर की लूट प्रकरण में सात संदेहास्पद लुटेरे पुलिस की गिरफ्त में

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२४ घंटो के अंदर पुलिस ने लगाया पता * ५ लुटेरे तुमसर के ही रहनेवाले 

लुटेरों के तरफ से लुटा हुआ माल जप्त किया गया ऐसा पुलिस अधीक्षक का बयान 

Murder-1

लूट के इरादे से लुटेरों ने सराफा व्यापारी संजय सोनी, उनकी पत्नी और उनके बच्चे को रस्सी से गला घोटकर उनकी हत्या कर करीब ५ करोड़ का माल लुटा था। उस प्रकरण में सात संदेहास्पद व्यक्तिओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर के लुटेरों से लुटा हुआ कुछ माल जप्त किया ऐसा पत्र परिषद वार्ता में पुलिस अधीक्षक कैलास कनसे व उनके सहकारियों  ने बताया। ५ लुटेरे तुमसर माता वार्ड के होने से नागरिकों में खौफ का वातावरण पैदा हो गया है।

महाशिवरात्री की पूर्व संध्या पर करीबन रात ११.३० के दरम्यान स्थानिक रामकृष्ण नगर स्थित सराफा व्यापारी संजय सोनी इनके घर में प्रवेश कर के संजय सोनी, उनकी पत्नी तथा बच्चे को रस्सी द्वारा गला घोटकर मार डाला गया और घर के सभी जेवरात, सोना,चांदी,हिरा तथा सारी रोकड़ लूटकर लूटेरे भाग गए। इस घटना से सारे इलाके में सन्नाटा छा गया था। लेकिन पुलिस अधीक्षक कैलास कनसे इन्होने अतिशीघ्र तफ्तीश कर के सराफा व्यापारी को व्यापार के लिए लेके जाने वाले ड्राईवर को ढुंढ़के उसे गोंदिया से गिरफ्त में लिया गया उसी अनुसार तप्तीश को गती देते हुए २४ घंटे के अंदर सातों संदेहास्पद लुटेरों को गिरफ्त में लेने में यश प्राप्त किया। विशेष बाब यह रही की केसरी नामक संदेहास्पद को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की एक टीम विमान द्वारा तत्काल मुंबई रवाना हुई। मुंबई से एक संदेहास्पद को तथा बाकी संदेहास्पद लुटेरों को नागपूर, रामटेक और तुमसर आदि जगहों से गिरफ्तार किया।

Murder-2

‘संजय’ को गाडी में ही मार डाला गया ऐसा संदेहास्पदों का कुबूलनामा 

सराफा व्यापारी संजय सोनी सोने – चांदी के थोक व्यापारी होने से व्यापार के लिए हमेशा खुदकी गाडी से चंद्रपुर, उमरेड, गोंदिया, शिवणी, वर्धा, बडनेरा, अमरावती आदि विदर्भ के प्रमुख शहर में जाते थे। उन्होंने एक ड्राईवर रखा था। जब-जब ड्राईवर छुट्टीपर रहता था तब शहर के पहचान के ड्राईवर को दिन भाड़े से रखते थे। इसी प्रकार भाड़े से ड्राईवर को रखने से ड्राईवर को व्यापारी के व्यापार की जानकारी मिलने से ड्राईवर ने अपने साथीदारों के सामने संजय सोनी के बारें में बताया। वही से लुट की योजना बनी। इसके आगे संजय सोनी का ड्राईवर कब छुट्टीपे जाता है और संजय सोनी कब बुलाते है इसकी राह संदेहास्पद देख रहे थे। दि. २५ फरवरी २०१४ को संजय सोनी ने संदेहास्पद ड्राईवर को ४.३० के करीब दूरध्वनी से फ़ोन कर के गोंदिया – आमगांव के लिए २६ फरवरी २०१४ को सुबह जाना है इस बात पर संदेहास्पद ने हा जवाब दिया। बाद में ड्राईवर इसकी जानकारी साथीदारों को दी। ड्राईवर ने इसके अनुसार अपने  साथीदारों को मिस कॉल देके उनको तिरोडा तालुके के तुमसर रोड के बिरसी फाटा पर  उपस्थित रहने के लिए बोला, इसके अनुसार सहकारी बिरसी फाटा पर गाडी आने की राह देख रहे थे। वही से संदेहास्पदो ने नायलॉन रस्सी आदि. साहित्य ख़रीदी किया था। गाडी बिरसी फाटा के आगे से तुमसर के लिए पलटते ही गाडी के पिछे से टू – व्हीलर ने पीछा किया तथा विहिरगाव के समीप टॉयलेट के लिए ड्राईवर ने गाडी रोकते ही पीछे से आये उनके साथियों ने गाडी में प्रवेश कर रस्सी से गलाघोटकर संजय सोनी की हत्या कर दी। लाश को गाडी में ही रख कर तुमसर ले आये तथा उनकी टू – व्हीलर तुमसर के उपजिल्हा हस्पताल के आगे रख दी। सभी सहकारी गाडी में बैठकर संजय सोनी के घर पंहुचे , गाडी का आवाज सुनतेही संजय सोनी की पत्नी पूनम तथा बेटा द्रुमिल इन्होने टेरेस से देखा तब द्रुमिल भागते हुए गेट के पास आया और गेट खोल दिया।हत्यारो ने गाड़ी पार्किंग में लगाई  और संजय सोनी के बेटे द्रुमिल का मुह दबाया, द्रुमिल को चक्कर आ रहा है ऐसा दिखा कर पत्नी पूनम से पानी लाने का अनुरोध किया । पत्नी पानी लाने के लिए घर में जाते ही सातों संदेहास्पदको ने द्रुमिल को घर के अंदर ले आए। इस दौरान संजय की पत्नी को संशय होने से संदेहास्पद आरोपियों के सामने गिड़गिड़ाकर हमें छोड़ दो लगे तो सब जेवरात तथा रुपये ले जाओं ऐसा अनुरोध कर रही थी। लेकिन संदेहास्पद ड्राईवर ये संजय सोनी की पत्नी मुझे पहचानती इसे मारना जरुरी है ऐसा सहकारियों कों बताकर पत्नी पूनम सोनी और बेटा द्रुमिल सोनी को घर में ही रस्सी से गला घोटकर मार दिया।

उसके बाद सारे जेवरात और रूपये लेकर मिटवानी मार्ग हसारा हिंगणा खेत में रात ३.०० बजे के करीब लुटे हुए माल की हिस्सेदारी कर के अपने-अपने रास्ते निकल गए ऐसा संदेहास्पद आरोपियों ने कुबूलनामा दिया। इस दौरान जांच शीघ्र गती से करने के लिए १० अलग – अलग टीम तयार करके अलग – अलग जगह भेजा गया था। टीम में १ सह. पुलिस अधिक्षक, ४ पुलिस उपविभागीय अधिकारी, २ पी.आय. ४ ए.पी.आय. तथा १० पी.एस.आय का समावेश था ऐसा पुलिस अधीक्षक ने पत्र परिषद वार्ता में बयान दिया। पुलिस ने २४ घंटो के अंदर संदेहास्पदकों को गिरफ्तार कर के लुटेरों से लुटा हुआ कुछ माल जप्त करने से तुमसर के नागरिकों में पुलिस का अभिनंदन किया।