- 16 से 20 घंटे की लोडशेडिंग।
- पानी की कमी बनी समस्या।
- लघु उद्योग हो रहे प्रभावित।
चिमुर: चिमुर तालुके के कई गांवों में 16 से 20 घंटे की लोडशेडिंग के कारण लोग बेहद परेशान हैं। लोगों को सिंगल फेज़ से ही संतोष करना पड़ रहा है। लोडशेडिंग के कारण गांव की जलापूर्ति योजना प्रभावित हो रही है, जिसके कारण लोगों को हफ्ते में महज़ दो या तीन दिन ही पानी नसीब हो पाता है। अनेक लघु उद्योगों को इस लॉडशेडिंग की मार झेलनी पड़ रही है। उद्यमी परेशान हैं कि आखिर उद्योग किस तरह चलाया जाए।
सिर्फ घोषणा
गौरतलब है कि महाराष्ट्र लोडशेडिंग मुक्त करने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब तक तालुके के कई गांवों में लोडशेडिंग जारी है। सिंगल फेज़ होने की वजह से पानी की टंकी जल्दी नहीं भरती। इसलिए तीन फेज़ नियमित रूप से चालू रखने की मांग हो रही है।
पीने के पानी के लिए संघर्ष
अनेक ग्राम पंचायतों में सिंगल फेज़ से परेशान ग्रामवासी अपनी समस्याएं लेकर जा रहे हैं। पानी के लिए सार्वजनिक नलों पर झगड़े हो रहे हैं. लोगों को पीने के पानी के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है, लेकिन प्रशासन का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है। लोग पानी के अभाव में परेशान हैं, लेकिन प्रशासन सुप्त अवस्था में है और लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है।