Published On : Wed, Aug 20th, 2014

चिखली : कोली समाज ने रास्ता रोका, यातायात हो गया जाम

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चिखली

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अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर कोली समुदाय के सैकड़ों लोगों ने आज खामगांव-जालना मार्ग पर सिद्ध साइंस मंदिर के सामने घंटों रास्ता रोको आंदोलन किया. यह आंदोलन महाराष्ट्र कोली समाज संघ के बैनर तले किया गया. सैकड़ों आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर बाद में रिहा कर दिया गया.

जिन मांगों को लेकर आंदोलन किया गया, वे हैं-अमराती संभाग में महादेव कोली को जनजाति माना जाए, आदिवासी कोली जनजाति को अनुसूचित जनजाति (एसटी)
का जाति और वैधता प्रमाणपत्र आसानी से दिया जाए, दाजीबा पाटिल और सुरेश धस समितियों की रिपोर्टें तत्काल लागू की जाएं, 15 जून 1995 के आरक्षण को आज तक बढ़ाया जाए और अदालत द्वारा दिया गया संरक्षण सेवा से हटाए गए कर्मचारियों को तत्कालू लागू किए जाएं और उन्हें सेवा में बहाल किया जाए, महाराष्ट्र जात प्रमाणपत्र कायदा सन 2003 के असंवैधानिक होने के कारण उसे तुरंत रद्द किया जाए, अनुसूचित जनजाति के आदिवासी विद्यार्थियों को जाति का वैधता प्रमाणपत्र शालेय और महाविद्यालय स्तर पर ही दिया जाए और समाज कल्याण एवं आदिवासी विकास विभाग द्वारा समान न्याय पर आधारित आदेश दिए जाएं.

रास्ता रोको आंदोलन के दौरान रास्ते के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गर्इं थी. इस अवसर पर गणेश इंगले, विजय इंगले, श्रीकिसन नेवरे, गजानन इंगले, सुरेश इंगले, जनार्दन इंगले, भागवत नेवरे, सचिन इंगले, जितेश इंगले, शरद इंगले, विनोद इंगले, प्रदीप इंगले, जीवन इंगले, विट्ठल इंगले, राहुल इंगले, धनंजय इंगले, भगवान भागवत नेवरे, रवि भागवत नेवरे, किशोर भागवत नेवरे, केशव भागवत नेवरे, केशव फोलाने, ज्ञानदेव फोलाने, संदीप फोलाने, किरण फोलाने, रवि फोलाने, अमर फोलाने, राम सुरडकर, दादाराव पवार, कौतिकराव शेलके सहित भारी संख्या में समाजबंधु उपस्थित थे.