Published On : Tue, May 27th, 2014

चंद्रपुर : विभिन्न योजनाओं पर हुआ 97 फीसदी खर्च

Advertisement


वर्ष 2013-14 की वार्षिक योजना का खर्च मंजूर


चंद्रपुर

Chandrpur sabha
चंद्रपुर जिला नियोजन समिति ने आज वर्ष 2013-14 की जिला वार्षिक योजना के खर्च को मंजूरी दे दी. मार्च 2014 तक सामान्य योजना, आदिवासी उपयोजना, ओटीएसपी व अनुसूचित जाति उपयोजना पर 97 प्रतिशत खर्च हुआ है. सभा की अध्यक्षता कर रहे जिले के पालकमंत्री संजय देवतले ने अधिकारियों को बारिश से पहले ग्राम स्तर पर तत्काल नालों की सफाई करने का निर्देश दिया.

वर्ष 2013-14 में सामान्य योजना पर 135 करोड़ 99 लाख 50 हजार, आदिवासी उपयोजना पर 83 करोड़ 27 लाख, ओटीएसपी पर 33 करोड़ 39 लाख 84 हजार व अनुसूचित जाति उपयोजना पर 46 करोड़ 23 लाख 62 हजार मिलाकर कुल 298 करोड़ 89 लाख 96 हजार रुपया खर्च हुआ. खर्च का प्रतिशत 97.37 फीसदी बैठता है. इस खर्च को अध्यक्ष और समिति के सदस्यों ने मंजूरी दे दी.

Gold Rate
09 May 2025
Gold 24 KT 96,800/-
Gold 22 KT 90,000/-
Silver/Kg 96,500/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

निधि न रहे बाकी
पालकमंत्री देवतले ने बताया कि जिला वार्षिक योजना 2014-15 का विनियोजन मसौदा मंजूर हो गया है. उन्होंने प्रस्तावित कार्यों के प्रस्ताव बनाकर संबंधित विभागों को उसे तत्काल मान्यता देने का निर्देश दिया. पालकमंत्री ने कहा कि सभी विभाग प्रमुख इस प्रकार से नियोजन करें कि चालू आर्थिक वर्ष में किसी भी विभाग की निधि बाकी न रहने पाए.

पैर पसारते डेंगू, मलेरिया
जिले में बारिश से पूर्व डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां पैर पसार रही हैं. इन पर रोक लगाने के लिए सामान्य रुग्णालय और जिला स्वास्थ्य विभाग मिलकर योजना बनाएं और तत्काल उचित कदम उठाए जाएं. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जहां पर बारिश के कारण बिजली आपूर्ति बंद हो जाती है ऐसे स्थानों पर लगी डीपी वहां से हटाकर दूसरे स्थान पर लगाने की व्यवस्था की जाए और इस पर आनेवाले खर्च का प्रस्ताव तुरंत पेश किया जाए.

इलाके की समस्याएं
बैठक में जिला परिषद के अध्यक्ष संतोष कुमरे, विधायक शोभाताई फडणवीस, विधायक नाना शामकुले, विधायक अतुल देशकर, विधायक विजय वडेट्टीवार, अपर जिलाधिकारी सी. एस. डहालकर, जिला परिषद के मुख्य कार्यपालनाधिकारी आशुतोष सलील और गैरसरकारी सदस्य उपस्थित थे. विधायकों और गैर सरकारी सदस्यों ने अपने-अपने इलाके की समस्याएं रखीं. बैठक का संचालन जिला नियोजन अधिकारी एम. एम. सोनकुसरे ने किया, जबकि चिमुर के प्रकल्प अधिकारी चौधरी ने आभार माना.

Advertisement
Advertisement