चार अन्य भी शामिल, मूल पुलिस की कार्रवाई
चंद्रपुर
एक कृषि भूमि के जाली दस्तावेज तैयार कर उसकी रजिस्ट्री करने के मामले में मूल पुलिस ने तहसीलदार डी.टी. सोनवणे सहित पांच व्यक्तियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. इससे प्रशासकीय क्षेत्र में खलबली मच गई है. बाकी आरोपियों में जमीन बेचनेवाला महादेव खोब्रागड़े, जमीन खरीदने वाला बाबूराव माहुरकर ( दुय्यम निबंधक, मूल ), लिपिक काटलावर पटवारी भेजगांव का समावेश है.
मूल तालुका के चकदुगाला में तीन सगे भाइयों के नाम पर भूमापन क्र. 145 में 5.06 हेक्टेयर खेत जमीन दर्ज है. इस जमीन का समांतर बंटवारा होना चाहिए था, लेकिन पटवारी ने शासकीय दस्तावेजों में हेराफेरी कर एक ही भाई के नाम पर 2.84 हेक्टेयर खेत जमीन दर्ज कर दी. अन्य दो भाइयों के हिस्से होते हुए भी उनके भूमापन क्रमांक बदलकर जमीन दर्ज की गई. इतना ही नहीं, इसका 7/12 प्रमाणपत्र भी सरकारी दस्तावेजों में परिवर्तन कर बना दिया गया. इस दौरान इस प्रकरण की शिकायत उपविभागीय अधिकारी से की गई. उन्होंने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए खेत की जमीन की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी. इस आशय का आदेश तहसीलदार व दुय्यम निबंधक को दिसंबर में भेजा गया. इसके बावजूद उपरोक्त जमीन की खरीदी-बिक्री के बाद रजिस्ट्री भी कर दी गई.
इस संदर्भ में पुलिस में शिकायत करने के बाद पुलिस ने तहसीलदार सोनवणे, लिपिक काटलावर, जमीन बेचनेवाले महादेव खोब्रागडे, जमीन लेनेवाले बाबूराव माहुरकर (दुय्यम निबंधक मूल) व भेजगांव के पटवारी के खिलाफ 468, 471, 420 व 34 के तहत मामला दर्ज किया है. आगे की जांच पुलिस निरीक्षक सुनील ताजणे कर रहे हैं.