मूल भाजपा, बल्लारपुर-राजुरा में कांग्रेस और वरोरा में राकांपा का कब्ज़ा
चंद्रपुर
जिले में आज 14 जुलाई को चार नगर परिषदों के नगराध्यक्ष के लिए चुनाव हुए. इस चुनाव में नगर परिषदों की चाबी महिलाओं के हाथ आ गई. मूल नगर परिषद पर जहां भाजपा का भगवा ध्वज फहरा, वहीं बल्लारपुर व राजुरा पर कांग्रेस और वरोरा नगर परिषद पर राकांपा ने कब्ज़ा कर लिया. वरोरा में कांग्रेस के चार नगरसेवकों द्वारा बगावत कर राकांपा गुट से मिलने के कारण वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सत्ता में आ गई.
मूल :
मूल नगर परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बाजी मारी. भाजपा की रीना थेरकर अध्यक्ष और प्रवीण मोहुर्ले उपाध्यक्ष चुने गए. चुनाव निर्विरोध हुए.
बल्लारपुर :
कांग्रेस के नरेश पुगलिया गुट की छाया मडावी बल्लारपुर नगर परिषद की अध्यक्ष चुनी गईं, जबकि बीएसपी के संपत कोरडे उपाध्यक्ष चुने गए. दोनों चुनाव निर्विरोध हुए. नगराध्यक्ष पद अनुसूचित जनजाति की महिला प्रवर्ग के लिए आरक्षित था और छाया मडावी का अकेला परचा था. उसी तरह कांग्रेस, भाजपा व सेना मोर्चा के समर्थन से संपत कोरडे ने बाजी मार ली.
वरोरा :
नगराध्यक्ष पद के चुनाव में राकांपा की जनाबाई मंगल पिंपलशेंडे ने कांग्रेस की दीपाली टिपले को 8 के मुकाबले 15 मतों से पराजित कर दिया. कांग्रेस ढाई साल से यहां सत्ता में थी. मगर कांग्रेस की रंजना पुरी, प्रतिभा जोगी, अंजूबाई आडे और शकीला बेगम पठान बगावत कर राकांपा गुट से जा मिले थे. इससे राकांपा के मत बढ़कर 13 हो गए थे.
राकांपा के 9 और 4 बागी वोट के अलावा भाजपा एक और मनसे का एक वोट भी उन्हें ही मिला. उपाध्यक्ष पद पर शकील बेगम पठान चुनी गईं.
राजुरा :
राजुरा नगर परिषद पर कांग्रेस ने कब्ज़ा कर लिया. अनु. जनजाति के लिए आरक्षित पद पर मंगला आत्राम चुनी गईं.
अरुण धोटे उपाध्यक्ष चुने गए.