Published On : Sat, Apr 26th, 2014

चंद्रपुर : कोयला घोटाले की हो उच्चस्तरीय जांच – सांसद अहीर

Advertisement

 

File Pic

File Pic

महाराष्ट्र राज्य सहकारी फेडरेशन कोयला प्रकरण

चंद्रपुर

सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों को कोयला उपलब्ध हो इस उद्देश्य से महाराष्ट्र राज्य ग्राहक सहकारी फेडरेशन की ओर से की जा रही कोयला आपूर्ति में घोटाले की बात उजागर हुई है. मिली जानकारी के मुताबिक़ डिलिवरी ऑर्डर के बिना ही अन्य एजेंसी के द्वारा कोयले का वितरण सुनियोजित तरीके से होने की बात सामने आ रही है. इसके अलावा कोयले की कालाबाज़ारी होने का भी पता चला है. सांसद हंसराज अहीर ने शुक्रवार को आयोजित पत्रपरिषद में कहा की इस मामले में वेकोलि अध्यक्षीय प्रबंधक की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है. अहीर ने इस कोयला घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.

सांसद अहीर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की लघु उद्योग इस स्पर्धा के दौर में टिक सकें और इनको कोयला आपूर्ति में होने वाली दिक्कतों से निजात मिले इस उद्देश्य से वेकोलि को सुचना देकर कोयला आपूर्ति शुरू की गई लेकिन ये कोयला उद्योगो को ना पहुँचते हुए सीधे काला बाज़ार में बेचे जा रहे है. सांसद अहीर ने आगे बोलते हुए कहा की करोडो के कोयले के घोटाले का फर्दाफाश पुलिस विभाग ने किया है जो सराहनीय है लेकिन इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच होना ज़रूरी है ताकि इस घोटाले की तह तक जाया जा सके और इस मामले में शामिल उच्चाधिकारियों की पोल खुले. आहिर ने आरोप लगाया की महाराष्ट्र राज्य ग्राहक सरकारी फेडरेशन और वेकोलि के अध्यक्ष व प्रबंधक निदेशक के मार्गदर्शन के सिवाय ये मुमकिन नहीं हो सकता.

सांसद अहीर ने कहा की पिछले सात सालों से ये घोटाला जारी है. वेकोलि खुद लघु उद्द्योगों को सीधे तौर पर कोयला आपूर्ति कर सकता है लेकिन जानबूझकर महाराष्ट्र राज्य लघु उद्योग विकास मंडल के माध्यम से और उसके बाद महाराष्ट्र राज्य ग्राहक सहकारी फेडरेशन के माध्यम से अनावश्यक पद्धति से कोयले का वितरण किया जा रहा है. इस मामले के सामने आने के बाद वेकोलि की जांच करना आवश्यक था लेकिन जांबुज़कर ऐसा नहीं किया जा रहा ऐसा आरोप संसद अहीर ने लगाया.