चंद्रपुर
फसल से लगातार नुकसान होने और कर्ज के बोझ से बढ़ते जाने से दोहरे हुए युवा किसान प्रमोद शंकर बावणे ने जहर पीकर खुदकुशी कर ली. खांबाला निवासी 30 वर्षीय किसान ने शुक्रवार को यह आत्मघाती कदम उठाया.
प्रमोद बावणे के पास ढाई एकड़ का खेत का पट्टा था और वह पिछले तीन-चार साल से प्रकृति की वक्रदृष्टि से परेशान था. उसके खेत में फसल का एक दाना नहीं उग पा रहा था. यह साल भी वैसा ही गुजरने की आशंका से वह डर गया था. उसके मन को यही सवाल खाए जा रहे थे कि आखिर कर्ज कैसा चुकाया जाएगा और परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा ?
बताया जाता है कि कल दोपहर को प्रमोद ने अपने घर में कीटनाशक पी लिया. शाम को करीब 5 बजे जब पड़ोसी से दरवाजा खटखटाया तो घटना का पता चला. उसे तत्काल वरोरा के उप जिला रुग्णालय ले जाया गया, जहां वैद्यकीय अधिकारी ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना के समय प्रमोद की मां-पिता और बहन गांव में ही एक तेरहवीं के कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए हुए थे. पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर लिया है.