चंद्रपुर
एसटी महामंडल की बसों में महिलाओं, विकलांगों और स्वतंत्रता संग्राम सैनिकों को आरक्षण दिया गया है, मगर ये लोग इस सुविधा का इस्तेमाल कर ही नहीं पाते. इन लोगों के लिए निर्धारित सीटों पर अक्सर दूसरे लोग यात्रा करते नजर आते हैं.
एसटी बसों से सफर करनेवालों की संख्या काफी अधिक है. आरक्षित सीटों के पीछे लिखा होने के बावजूद लोग उन्हीं सीटों पर बैठ जाते हैं और फिर उठाए-उठाए उठते नहीं. ऐसी स्थिति में महिलाओं, विकलांगों और स्वतंत्रता संग्राम सैनिकों को या तो खडे रहकर यात्रा करनी पड़ती है अथवा दूसरी सीटों पर बैठकर. बहुत कम यात्री ही सहयोग करते नजऱ आते हैं. बस के कंडक्टर भी इस तरफ ध्यान नहीं देते. पश्चिम महाराष्ट्र मे तो इस नियम का सख्ती से पालन किया जाता है, लेकिन विदर्भ इस मामले में भी पिछड़ा हुआ है. इस तरफ़ गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है, खासकर बसों के चालक और वाहकों को.