Published On : Mon, Apr 14th, 2014

गढ़चांदुर: कुदरत की मार तथा कर्ज ने एक और किसान की जान ले ली

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गढ़चांदुर. 

कर्ज के बोझ से दबे एक और किसान ने 11 और 12 अप्रैल की दरम्यानी रात कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली. जिवती तालुका के ग्राम शेनगांव निवासी बाबू प्रभु शिवंगे कुदरत की मार, बढ़ता कर्ज, बरबाद फसल और मामूली सरकारी मदद से परेशान था. इस घटना से गांव में शोक का वातावरण है.

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय बाबू प्रभु शिवंगे 11 अप्रैल की रात शौच को जाने के बहाने घर से निकला, मगर फिर लौटा नहीं. घर के लोगों ने खोजबीन की तो सुबह 6 बजे के आसपास ताताराम सीताराम कांबले के खेत के कुएं में उनका शव मिला. महादेव प्रभु शिवंगे की शिकायत पर जिवती पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए गढ़चांदुर के ग्रामीण रुग्णालय भेजा गया. बाबू प्रभु शिवंगे के परिवार मे वृद्ध माता-पिता के अलावा पत्नी और तीन बेटे हैं. जिवती पुलिस आगे की जांच कर रही है.

क्या है मामला 

बताया जाता है कि बाबू प्रभु शिवंगे को उसके पिता से 5 एकड़ जमीन मिली थी. पिछले साल हुई अतिवृष्टि के कारण फसल बरबाद हो गई थी, जिससे वह कर्जबाजारी हो गया था. उस पर बैंक के 60 हजार रूपए के कर्ज के अलावा अन्य कर्ज भी था, जिससे परिवार का पालन-पोषण भी उसके लिए मुश्किल हो गया था. इसी से परेशान होकर शायद उसने कुएं में कूदकर अपनी जान दे दी.

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