6 माह के बाद मुख्याध्यापक को निलंबित करने के आश्वासन पर नागरा के विद्यार्थियों ने शाला में किया प्रवेश
गोंदिया (रावणवाड़ी)
सुदामा शिक्षण संस्था तुमसर द्वारा संचालित सुदामा हायस्कुल नागरा के छात्रों ने मु याध्यापक के हिटलरसाई के चलते 30 जुलाई से विद्यार्थियों ने स्कुल में आंदोलन शुरू कर मुख्याध्यापक की निलंबन की मांग को लेकर स्कुल से गैरहाजिर 2 अगस्त तक रहे. इस घटना को गंभीरता पूर्वक लेते हुये संस्था के सचिव ने अभिभावक तथा शिक्षण समिति के सदस्य के साथ 2 अगस्त को चर्चा कर सुदामा हायस्कुल के मुख्याध्यापक पी.सी. गोपाला को 6 महिनों के भीतर निलंबित करने का आश्वासन देने पर कक्षा 5 से 10 वी के विद्यार्थी 4 अगस्त से नियमित शिक्षा का पाठ पढऩे सुदामा हॉयस्कुल नागरा में जाने को राजि हो गए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुदामा हायस्कुल नागरा के मुख्याध्यापक पी.सी. गोपाला शिक्षा का पाठ पढऩे आ रहे विद्यार्थियों की पिटाई कर उनके साथ अभद्र व्यवहार से पेश आ रहे थे. मुख्याध्यापक से हलाकान विद्यार्थियों ने आखिरकार मुख्याध्यापक निलंबन की मांग को लेकर 30 जुलाई से स्कुल के 509 विद्यार्थियों ने आंदोलन शुरू कर स्कुल से गैरहाजिर रह रहे थे. विद्यार्थियों की समस्या को गंभीरता से लेकर ग्राम नागरा के सैकड़ो अभिभावक, शाला सुधार समिति के सदस्य एवं गोंदिया प.स. उपसभापति तथा शिक्षण सभापति चमनभाऊ बिसेन, जि.प. सदस्य रमेश लिल्हारे ने 31 जुलाई को सर्वसहमती से प्रस्ताव पारित कर पी.सी. गोपाला की निलंबित करने की मांग को लेकर संस्था के सचिव तथा शिक्षणधिकारी से की थी. मुख्याध्यापक की मनमानी के कारण सैकड़ो विद्यार्थी 30 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कूल से अनउपस्थित रहे. 3 दिनों से स्कुल में विद्यार्थी नही पहुंचने की वजह से 2 अगस्त को संस्था के सचिव शरद तितीरमारे ने विद्यार्थी, अभिभावक, शिक्षण समिति के सदस्य तथा परिसर के जनप्रतिनिध के समक्ष 6 माह के भीतर पी.सी. गोपाला को निलंबित करने का आश्वासन देने पर विद्यार्थियों के अभिभावक ने 4 अगस्त से स्कुल के 509 विद्यार्थी को शिक्षा का पाठ पढऩे भेजने की सहमती दर्शाई.
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