Published On : Wed, Mar 26th, 2014

गडचिरोली में कॉंग्रेस-भाजपा में सीधी टक्कर

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भाकपा, बसपा, आप व आविस प्रत्याशियों पर भी नज़र।

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गडचिरोली-चिमुर लोकसभा क्षेत्र में कॉंग्रेस, राकां व पिरिपा अघाड़ी के उम्मीदवार नामदेव उसेंडी व भाजपा-शिवसेना-रिपाई (आ) व नाविस महायुति के प्रत्याशि अशोक नेते के बीच सीधी टक्कर के आसार दिखाई दे रहे है। उसेंडी और नेते जमकर चुनाव प्रचार कर रहे है। कॉंग्रेस ने प्रचार कि पूरी ज़िम्मेदारी पूर्व राज्यमंत्री विजय वडेट्टीवार कि ओर सौपी है। वडेट्टीवार ने सभी कॉंग्रेस पदाधिकारियों को एक मंच पर लाकर उसेंडी को जीत दिलाने का भरोसा दिलाया है। जबकि नेते देश भर में मोदी कि लहर का दवा कर विजयी होने कि आस लगाए बैठे हैं। भाजपा के साथ शिवसेना जिला प्रमुख हरिष मने, भाजपा के विधायक अतुल देशकर, रिपाई के संतोष रामटेके, और युवाशक्ति के संस्थापक अध्यक्ष बंटी भांगडिया मोर्चा सम्हाले हुए हैं। दोनों पार्टिया पूरी ताकत लगा रही है लेकिन जनता जनार्दन किसे चुनती है यह आने वाला वक़्त ही तय करेगा।

२६ को पता चलेगा कौन रहेगा मैदान में

इस लोकसभा क्षेत्र के लिए १५ प्रत्याशियों ने ४० नामांकन दाखिल किये हैं। २४ मार्च को नामांकन छटनी के दिन २ प्रत्याशियों के नामांकन रद्द किये गए। अब १३ प्रत्याशी रह गए हैं। बुधवार २६ मार्च को नामांकर पीछे लेने का आखरी दिन है। १३ प्रत्याशियों में कॉंग्रेस के नामदेव उसेंडी, भाजपा के अशोक नेते, आप के रमेश गजबे, भाकपा के नामदेव कत्राके, बसपा के रामराव नत्रावरे, आम्बेडकर पार्टी ऑफ़ इंडिया के देवराव नत्रावरे, आरपीआई के प्रभाकर दड़मल, सपा के विनोद  नत्रावरे, बहुजन मुक्ति पार्टी के दिवाकर पेंदाम, तृणमुल कॉंग्रेस के सतिश पेंदाम, निर्दलीय बाबूराव दांडेकर, योगेश गोत्राडे, योगेश गोत्राडे तथा श्रीधर सिडाम का समावेश है।

युवाशक्ति का भाजपा को आधार 

लोकसभा चुनाव घोषित होने से लेकर नामांकन दाखिल करने के समय तक जिले कि राजनीति में अपनी एक अलग पहचान रखने वाली युवाशक्ति संगठना स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने कि बात कर रही थी। लेकिन भाजपा के वरिष्ट नेता नितिन गडकरी ने युवाशक्ति को भाजपा के खेमे में शामिल होने के लिए मजबूर कर दिया। जिससे अब युवाशक्ति भाजपा प्रत्याशी अशोक नेते का प्रचार कर रही है। युवाशक्ति कि गडचिरोली, चंद्रपुर कि राजनीति में अहम भूमिका है। जिसका लाभ भाजपा को ज़रूर मिलेगा।

अन्य पार्टी के प्रत्याशी भी जुटे चुनाव प्रचार में 

सभी प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने के बाद से ही चुनाव प्रचार में जुट गए है। आप के प्रत्याशी रमेश गजबे ने गडचिरोली, चंद्रपुर के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ मिलकर प्रचार करना शुरू कर दिया है। बसपा के रामराव नत्रावरे भी मतदाताओं से संपर्क कर रहे है। भाकपा के नामदेव कात्राके भी स्थानीय कार्यकर्ताओं कि मदत से मतदाताओं तक पहुँच रहे है।

गडचिरोली के पहले सांसद बने थे कोवासे

साल २००९ के लोकसभा चुनाव में गडचिरोली-चिमुर संसदीय क्षेत्र नए सिरे से बना था।  इस चुनाव में कॉंग्रेस ने मारोतराव कोवासे को प्रत्याशी के रूप में उतरा था।  भाजपा ने अशोक नेते को खड़ा किया था। बीएसपी कि ओर से अहेरी के स्व. राजे सत्यवानराव महाराज चुनाव मैदान में थे। इस लड़ाई में कोवासे विजयी हुए थे। कोवासे ने नेते को २८ हज़ार वोटों से पराजित किया था। वही महाराज तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें १ लाख ३५ हज़ार वोट मिले थे। जिससे इस क्षेत्र का पहला संसद बनने का मान कोवासे को मिला था।