Published On : Sat, Jun 14th, 2014

खामगांव जिला कब बनेगा ?

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बरसों से हो रही है जिला बनाने की मांग


पालघर की घोषणा के बाद विदर्भ के साथ भेदभाव फिर उजागर

(गिरीश पलसोदकर)

खामगांव

khamgaon mapबुलढाणा जिले का विभाजन कर खामगांव को नया जिला घोषित करने की मांग पिछले 14-15 सालों से की जा रही है. इस मांग को लेकर कई बार आंदोलन किया गया, लेकिन राज्य सरकार ने इसकी लगातार अनदेखी की. इसी के चलते खामगांव का विकास नहीं हो पाया.

मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत विलासराव देशमुख जब भी खामगांव के दौरे पर आए, उन्होंने यह घोषणा करने में कोई कोताही नहीं बरती कि राज्य में जब भी नए जिले बनाए जाएंगे तब खामगांव का विचार अवश्य किया जाएगा. 13 जून को राज्य सरकार ने ठाणे जिले का विभाजन कर पालघर को नया जिला बनाने की घोषणा कर खामगांव को फिर ठेंगा दिखाया है. सरकार के इस निर्णय से खामगांव परिसर के लोगों में नाराजगी दिखाई दे रही है.

13 तहसीलों का बुलढाणा जिला
बुलढाणा जिले में 13 तहसीलें हैं. भौगोलिक दृष्टि से बुलढाणा जिला दो हिस्सों में बंटा है. एक घाटी के नीचे और दूसरा घाटी के ऊपर. घाटी के ऊपर बुलढाणा, चिखली, मोताला, देऊलगांवराजा, मेहकर, लोणार, सिंदखेडराजा तहसीलें हैं. वहीं घाटी के नीचे खामगांव, मलकापुर, शेगांव, नांदुरा, जलगांव जामोद, संग्रामपुर तहसील है. स्वतंत्र जिले के लिए खामगांव कई तरह से योग्य है. बुलढाणा जिला प्रशासनिक दृष्टि से लोगों को आर्थिक तौर पर भारी पडता है. अगर संग्रामपुर के लोगों को जिला कार्यालय जाना है तो उसे 100 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करनी पडती है. यही हाल जलगांव जामोद और शेगांव का है. ऐसे में समय के साथ पैसों की भी बर्बादी होती है. केवल अंग्रेजों ने अपनी सहूलियत यानी ठंडे मौसम को देखते हुए बुलढाणा को जिला बनाया था, जबकि व्यापारिक एवं भौगोलिक दृष्टि से खामगांव ही जिले के लायक था.
अब शहरों का विस्तार हो रहा है. जनसंख्या भी बढ़ रही है. इसके चलते खामगांव को जिला बनाना जरूरी हो गया है.

जनसंख्या में भी आगे खामगांव
जनसंख्या की बात करें तो खामगांव तहसील की जनसंख्या 3 लाख 20 हजार 896, नांदुरा तहसील की 1 लाख 63 हजार 238, मलकापुर तहसील की 1 लाख 78 हजार 382, शेगांव तहसील की 1 लाख 53 हजार 468, संग्रामपुर तहसील की 1 लाख 36 हजार 300 और जलगांव जामोद तहसील की जनसंख्या 1 लाख 44 हजार 447 है. खामगांव नया जिला बनता है तो 6 तहसीलें मिलकर कुल 10 लाख 96 हजार 731 जनसंख्या होती है. 10 लाख की जनसंख्या वाले विदर्भ में 5 जिले हैं. 1998-99 में गोंदिया जिला बनने के बाद खामगांव जिला बनाने की मांग की जाने लगी. कई बार इस मांग को लेकर आंदोलन भी हुए हैं, लेकिन कुछ नहीं हो पाया.

व्यापार बढ़ेगा, विकास भी होगा
आज की घडी में बुलढाणा जिले की जनसंख्या 25 लाख के ऊपर है. नागपुर, अमरावती, यवतमाल के बाद बुलढाणा जिले की जनसंख्या अधिक है. वाशिम, वर्धा, भंडारा, गडचिरोली की जनसंख्या 10 से 12 लाख है. बुलढाणा जिले का विभाजन करने से बुलढाणा और खामगांव ऐसे 13 लाख और 11 लाख के दो जिले बन सकते हैं. खामगांव जिला समिति के संयोजक विलास सावजी ने कहा कि नए खामगांव जिले की जनसंख्या को देखते हुए इसका विकास होने के लिए फंड भी अलग से मिलेगा. जिला बनने पर खामगांव का व्यापार भी बढ़ेगा. जिले का आयकर और बिक्री कर कार्यालय खामगांव में है. बिक्री कर अंदाजन 50 करोड़ रुपए एक वर्ष में मिलता है. अगर जिला बना तो वसूली अधिक हो सकती है, जो सरकार के साथ ही जनता के लिए भी लाभदायक है. छोटे जिले सरकार तथा जनता के हित के होते है.