Published On : Sat, Mar 8th, 2014

खामगांव: अन्न सुरक्षा योजना के साढ़े ३ हज़ार दावेदार, नाम शामिल पर लूट

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अन्न सुरक्षा योजना अंतर्गत प्रकाशित सूचि में नाम शामिल करने के लिए ३ हज़ार ५०० लोगो ने खामगाव के तहसील कार्यालये में आवेदन किये है। २४ जनवरी को प्रकाशित अन्न सुरक्षा की सूचि में कई पत्र लोगो के नाम न होने से लोगो ने आवेदन किया । ९ फ़रवरी से राज्य में अन्न सुरक्षा योजना की शुरुवात की गयी है । योजना के तहत गरीब परिवार को ३५ किलो अनाज मिलेगा। पत्र लाभार्थियों का सर्वेक्षण कर उनका नाम इस योजना में शामिल करने की जिम्मेदारी सर्कार ने पटवारी को दी थी, लेकिन जादातर पटवारियों ने सर्वेक्षण करने की बजाये घर बैठे ही काम किया था। जिससे इस सूचि में अमीरों के भी नाम शामिल हो गए । बड़ी संख्या में गरीब लोग इस योजना से वंचित रह गए । पत्र लोगों के नाम सूचि में न होने से नागरिक राशनकार्ड धारक तहसील कार्यालये में पहुच रहे थे जिससे सूचि में नाम शामिल करवाने के लिए नागरिको ने तहसील कार्यालये पर मोर्चा भी निकला। अंत में प्रशासन में जो इस योजना से वंचित रह गए लाभार्थीओं को आवेदन करने को कहा। जिसके चलते खामगाव तहसील अंतर्गत ३ हजार ५०० लोगो ने तहसील कार्यालय में आवेदन किया है।

अन्नसुरक्षा सूची बनी सिरदर्द 

अन्न सुरक्षा योजना में लगभग ८५ रुपये में ३५ किलो अनाज मिलने से इसका लाभ मिलने हेतु गरीब आदमी प्रयास कर रहा है। इसी वजह से राशन दुकानदार तथा खामगाव के तहत सिल के आपूर्ति विभाग पर लोगो की भीड़ दिखाई दे रही है। अन्न सुरक्षा योजना में नाम शामिल करने के संदर्भ में सरकार द्वारा जल्दबाजी करने में गड़बड़ी का आऱोप जनता कर रहे है।

आपूर्ति विभाग के अधिकारी नदारद

अन्न सुरक्षा की सूची में नाम शामिल करना, नए राशन कार्ड बनाना, पुराने राशन कार्ड बदलना, राशन कार्ड में नाम दर्ज करना आदि. कामों के लिए इन दिनों तहसील कार्यालय में लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है। बढ़ती भीड़ की वजह से खामगाव तहसील कार्यालय के आपूर्ति अधिकारी फुके कार्यालय में आए दिन नदारद रहते है ऐसे में उन की जगह एक क्लर्क काम करता नजर आता है। वह जनता से सीधी बात नही करता। जिसके चलते जनता और क्लर्क के बिच तू -तू मै- मै हमेशा दिखाई देती है। इसकी शिकायत जनता ने तहसीलदार को की है।

लूट रहे है दलाल 

अन्न सुरक्षा सूची में नाम डलवाने के नाम पर खामगाव तहसील कार्यालय परिसर में दलाल सक्रिय हो गए है। वे दलाल सूची में नाम डलवाने के नाम पर गरीब तथा अशिक्षित लोगों से ५०० से १००० हजार रुपये ऐंठ रहे है ऐसी जानकारी सूत्रों से मीली है । बताया जाता है की इन दलालो की अन्य मामलो में तहसील के आपूर्ति विभाग के क्लर्क से साठ – गांठ है। जहां आम आदमी द्वारा आवेदन करने पर नए राशन कार्ड मिलते नहीं ,वही दलाल को १ हजार रूपये देने पर २ दिन में ही राशन कार्ड प्राप्त हो जाते है। इस ओर तहसीलदार टेंभरे ने ध्यान देने की जरुरत है।

(गिरीश पलसोडकर)