Published On : Thu, May 15th, 2014

कन्हान : क्षुब्ध नागरिकों ने गोंडेगांव खदान का काम रोका

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कन्हान

गोंडेगांव खदान में एकत्र आंदोलनकारी विस्थापित प्रकल्पग्रस्तों के साथ नेतागण

गोंडेगांव खदान में एकत्र आंदोलनकारी विस्थापित प्रकल्पग्रस्तों के साथ नेतागण

वेस्टर्न कोल फील्ड्स लि. (वेकोलि) की कोयला खदान अधिग्रहण नीति से क्षुब्ध नागरिकों ने क्षेत्र के विधायक आशीष जायसवाल के नेतृत्व में रविवार को गोंडेगांव खदान का छह घंटे काम बंद आंदोलन किया और मांग की कि नौकरी नहीं दिए जाने से तीन हजार की पेंशन पा रहे लोगों को 14 हजार पेंशन दी जाए,
गोंडेगांव और कामठी कालरी कोयला खदानों के लिए वेकोलि ने 20 साल पूर्व भूमि अधिग्रहण किया था. आज भी कई परिवारों को वेकोलि प्रशासन ने नीतिगत अधिकार के बावजूद मुआवजा, नौकरी, पेंशन जैसी योजनाओं से लाभार्थियों को वंचित रखा है. सुबह दस बजे से ही बड़ी संख्या में प्रकल्पग्रस्त नागरिक गोंडेगांव खदान में जमा हो गए थे. वहां मंडप डाल कर आंदोलन की शुरुआत की गई. इस दौरान विधायक जायसवाल, कृपाल तुमाने, जि.प. सदस्य कल्पना चहांदे, पूर्व जि.प. सभापति शंकर चहांदे, उप जिला प्रमुख वर्धराज पिल्ले, टेकाड़ी के सरपंच जितेंद्र चौहान, पं.स. सदस्य जीवलग पाटिल, गजानन आसोले आदि उपस्थित थे.

प्रकल्पग्रस्त शेतकरी नागरिक संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने मांग की कि नौकरी नहीं दिए जाने पर तीन हजार की पेंशन पा रहे लोगों को 14 हजार पेंशन दी जाए, गोंडेगांव का पुनर्वास शुरू किया जाए, फैल रहे प्रदूषण को रोका जाए तथा खदानों की वजह से वाहनों द्वारा सड़कों की बिगड़ी हालत को सुधारी जाए. इसके बाद आंदोलनकर्ताओं ने चेकपोस्ट पर जाकर खदान का कोयला परिवहन रोक दिया.

देर शाम जब वेकोलि मुख्यालय से आए अधिकारी ए.के. सिंह ने अधि. जायसवाल से चर्चा की और सभी मांगों को 30 मई तक पूरा करने का आश्‍वासन दिया, येब नागरीकों ने आन्दोलन समाप्त किया.

इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही. आईपीएस गौरव सिंह, डीवाईएसपी रमेश कंतेवार, थानेदार सुनीता मेश्राम, पुलिस उपनिरीक्षक वोरो, उपविभागीय अधिकारी श्रीराम जोशी उपस्थित थे.