Published On : Tue, Jun 17th, 2014

उमरखेड़ : शहर को निगलता अतिक्रमण

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अतिक्रमण हटाओ मुहिम एक बार फिर टली


उमरखेड़

शहर की अतिक्रमण हटाओ मुहिम एक बार फिर लालफीताशाही में अटक गई है. लोकनिर्माण विभाग 10 जून को अतिक्रमण हटाने वाला था, लेकिन ऐन वक्त पर कार्रवाई को रोक दिया गया.

विधानसभा में गूंजा उमरखेड़ का अतिक्रमण
शहर में अतिक्रमण का हाल यह है कि पैदल चलने वालों को अपनी जान हथेली पर रखकर रास्ते से चलना पड़ता है. कब, कौन, कहां वाहन किसी पर चढ़ा दे, कहा नहीं जा सकता. ऐसी घटनाएं शहर में रोज कहीं न कहीं घटती ही रहती हैं. पिछले साल विधानसभा में भी उमरखेड़ का अतिक्रमण गूंजा था.

विभिन्न विभागों के बीच तालमेल नहीं
बताया जाता है कि अतिक्रमण हटाओ मुहिम नगर परिषद, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, महावितरण और बीएसएनएल के संयुक्त तत्वावधान में चलाई जानेवाली थी, लेकिन इन विभागों के बीच कोई तालमेल नहीं होने के कारण मुहिम शुरू ही नहीं हो सकी. लोकनिर्माण विभाग के उपअभियंता अब्दुल सत्तार ने बताया कि पुलिस ने संख्याबल में कमी का रोना रोते हुए और पुलिस कर्मियों की मांग की है. पुलिस ने विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि वह पुलिस विभाग के वरिष्ठ अफसरों को पत्र लिखकर बंदोबस्त की मांग करें.

फैलता अतिक्रमण
शहर का अतिक्रमण फैलते-फैलते आज नाग चौक बस स्टैंड परिसर, संजय गांधी चौक, महात्मा गांधी चौक, पुसद रोड परिसर, ढाणकी रोड परिसर और महागांव रोड परिसर तक चला गया है. नागरिक परेशान हैं और अधिकारी अतिक्रमण हटाने के नाम पर हीला-हवाला कर रहे हैं.

File pic

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