आदेश जारी, बिल निकालने वाले अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा
उमरखेड़
यवतमाल जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कुरली स्थित रमाई आवास घरकुल घोटाला की जांच के आदेश दे दिए हैं. इस मामले में बिल निकालने वाले अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया है. हालांकि इस प्रकरण की जांच जिला और पंचायत समिति उमरखेड़ के प्रशासकीय स्तर पर कराने की मांग की जा रही है. इस मामले के खुलासे के बाद ढानकी, निंगपुर और दराटी जि.प. विभाग में किए गए सभी कामों को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है.
उमरखेड़ पंचायत समिति के अंतर्गत पिछले दो-तीन सालों में जंगल क्षेत्र में अधिकांश लाभार्थियों को मुख्य धारा में लाने के लिए विशेष पैकेज देकर उनके विकास का प्रयास किया गया है. इस इलाके में घरकुल, पगडण्डी, सीमेंट की सड़कें, मिट्टी के बांध और सिंचाई क़े लिए विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की गई है. इसमें विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार भी किया गया है. अनेक मामलों के खुलासे के बाद संबंधित लोगों से बिल की वसूली भी की गई है. कुछ कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया है. मगर बिना कोई काम किए रकम हड़पने का मामला उमरखेड़ तालुका के पंचायत समिति गट विकास अधिकारी के ध्यान में पहली बार आया. ऐसे में सवाल यह है कि ग्राम कुरली के घरकुल प्रकरण में काम प्रगति पर दिखाकर पहले बिल और दूसरे मांग बिल की सिफारिश किसने की थी ? यह सब क्यों किया गया ? इन सारे सवालों के जवाब तभी मिल सकते हैँ जब इसकी गहराईं से जांच हो.