अनुसूचित जमाती में शामिल करने की मांग
उमरखेड
गोर बंजारा समाज को अनुसूचित जमाती में शामिल करने की मांग के साथ ही विविध मांगो के संदर्भ में आज बंजारा सेना की ओर से उपविभागीय अधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकला गया. गोर बंजारा सेना का कहना है की सन 1970 से गोर बंजारा समाज को अनुसूचित जमाती में शामिल करने का प्रस्ताव अभी भी धुल खा रहा है.
गोर बाजार सेना के जिलाध्यक्ष संजय पालतिया के नेतृत्व में उमरखेड व महागांव गोर बंजारा सेना के सैंकड़ो कार्यकर्ताओं का मोर्चा स्थानिक वृउबास से निकला. आंध्रप्रदेश में अनुसूचित जमती में व कर्नाटक में अनुसूचित जाति संवर्ग में गोर बंजारा समाज को आरक्षण दिया गया है. पुरे भारत वर्ष में फैले गोर की भाषा, रहनसहन, रीतिरिवाज तथा संस्कृति समान होने के बावजूद भी इसे अलग-अलग राज्य में अलग-अलग सुचि में शामिल किया है. उसे इस प्रवर्ग से निकालने का षड़यंत्र किया जाने का आरोप इस दौरान किया गया. वसंतराव नाईक महामंडल को आर्थिक प्रावधान दिया जाए साथ ही 26 मांगों का निवेदन उपविभागीय अधिकारी राजेश पारनाईक को दिया गया.
इस दौरान संजय चव्हाण, सतीश राठोड, दिलीप चव्हाण, गोकुल राठोड, अशोक राठोड, संजय मुड़े, संतोष राठोड, सुभाष जाधव, विजय जाधव, जितेन्द्र जाधव, गजानन जाधव, विलास चव्हाण, अंकुश आड़े, प्रेमचंद राठोड, अशोक पवार, राम आड़े, अविनाश राठोड, हरीशचंद्र राठोड, रवि जाधव, पवन राठोड, संजय जाधव तथा गोर सेना के सेकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे.