मराठी शाला में पढ़े शुभम की सफलता
आमगांव
आमगांव-देवरी मार्ग पर स्थित देवरी तालुका के हरदोली (सावली) गांव के रवींद्र एवं गीता वालदे किसान परिवार का बेटा शुभम अपने अभिभावकों की कमजोर आर्थिक परिस्थिति के बावजूद कठिन परिश्रम के बल पर अब हवाई जहाज का पायलट बन गया है. उसकी इस सफलता केवल उसके माता-पिता ही नहीं, बल्कि पूरे परिसर का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है.
2011 में शुभम 11वीं में था. उसी दौरान उसने एनडीए (नेशनल डिफेन्स अकेडमी) की परीक्षा में बैठा और सफल रहा. उसने इसके लिए नागपुर में दो महीने का कोचिंग क्लास भी किया. एनडीए की परीक्षा में उसे महाराष्ट्र में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था.
इसके बाद 12 जनवरी 2012 को उसका चयन दिल्ली एयरपोर्ट में हुआ. शुभम ने वहां तीन वर्ष का प्रशिक्षण लेकर अब हवाई जहाज का पायलट बन चुका है.
बिना किसि अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़े और गरीब किसान परिवार का यह बेटा अपनी कठोर मेहनत और लगन से आज जिस मुकाम पर जा पहुंचा वह अत्यंत प्रशंसनीय है. उसके माता-पिता दो एकड़ की खेती के सहारे परिवार का भरण-पोषण करते हैं.
सातवी कक्षा तक शुभम ने अपनी पढ़ाई गांव के ही जिला परिषद मराठी शाला में पूरी की. 8वीं से 10वीं तक उसने देवरी व उच्च माध्यमिक (विज्ञान) मक्काटोला विद्यालय में पढ़ाई की. यहीं से उसने 11वीं की परीक्षा भी दिया था. एक मराठी शाला में पढ़ा लड़का पायलट भी बन सकता है, यह किसी ने सोचा भी नहीं था. कान्वेंट और अंग्रेजी शिक्षा के बोलबाला वाले इस युग में शुभम की यह सफलता परिसर के अन्य ग्रामीण बच्चों के लिए निश्चय ही प्रेरणादायी होगा.