अहेरी (गडचिरोली)
मुस्लिमों को दिए जानेवाले जाति प्रमाण पत्र में दोष होने से उसे बंद कर ‘मुस्लिम’ जाति का उल्लेख करके जाति का दाखिला देने की मांग अहेरी मुस्लिम समाज के कार्यकर्ताओं ने की है.
इस संदर्भ में जमीर हकीम और महेबुब अली के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने अहिरे के उपविभागीय अधिकारी जितेंद्र पाटिल के माध्यम से मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को एक निवेदन भेजा.
महाराष्ट्र के कांग्रेस-राकां आघाडी की ओर से राज्य के मुस्लिमों को शासकीय नौकरी और शिक्षा में 5 प्रतिशत आरक्षण घोषित किया। उसका परिपत्र भी निकाला गया. उसमे जाति मुस्लिम ऐसा उल्लेख ना करते हुए मुस्लिमों का सरनेम जैसे शेख, सय्यद, पठान ऎेसा 50 घटकों का उल्लेख किया है. ये गलत होने से इस तरह के प्रमाणपत्र देना बंद कर देना चाहिए ऐसी मांग निवेदन द्वारा की गई.
इस दौरान चर्चा में शेख, सय्यद, पठान आदि हमारा सरनेम है हमारी जाति मुस्लिम/मुसलमान है. हमारी जाति का उल्लेख मुस्लिम/मुसलमान ऐसा करें ऐसी उपविभागीय अधिकारी जितेंद्र पाटिल से मांग की गयी है. उनके उपविभागीय अधिकरियों ने समर्थन किया और दाखिलों में दोष होने से इसे बंद कर दिया. जांच-पड़ताल समिति की ओर से मार्गदर्शन मांगा गया. उनके निर्देशन के बाद ही जाती प्रमाणपत्र दिए जायेंगे ऐसा स्पष्ट किया गया.
इस संबंध में गडचिरोली जिलाधिकारी और राज्य के पालक मंत्री आर.आर पाटिल से मिलकर चर्चा करेंगे ऐसा जमीर हकीम ने बताया। शिष्टमंडल में जमीर हकीम, महेबुब अली, जाफर अली,इरफान शेख, अफसर शेख आदि सहभागी थे.