Published On : Wed, Apr 16th, 2014

वर्धा: ग्रंथ-संपदा का जतन करें : जस्टिस शाह

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पुलगांव में वकील संघ का ग्रंथालय खुला
 

Libraryवर्धा. 

न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ी नई पीढ़ी के लिए विधि ग्रंथालय अदालती कामकाज की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ-संपदा है. इस संपदा का जतन करने की आज सबसे अधिक जरूरत है. मुंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मोहित शाह ने यह आवाहन किया.

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पुलगांव वकील संघ के तत्वावधान में प्रारंभ अॅड. बी. जी.चौधरी स्मृति ग्रंथालय के उद्घाटन के मौके पर प्रमुख अतिथि के रूप में जस्टिस शाह बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ के प्रशासकीय न्यायमूर्ति जस्टिस भूषण गवई ने की, जबकि विशेष अतिथि के रूप में जिला पालक न्यायमूर्ति वासंती नाईक, जिला सत्र न्यायाधीश श्रीमती विभा कंकणवाडी, महाराष्ट्र-गोवा बार कौंसिल के अध्यक्ष

अॅड. आशीष देशमुख, दीवानी व फौजदारी न्यायाधीश दीनानाथ दाभाडे, न्या. अरुण चौधरी, वकील संघ के अध्यक्ष अॅड. आर. के. सिंह उपस्थित थे.

सबके लिए उपयोगी ग्रंथ-संपदा 

जस्टिस शाह ने आशा जताते हुए कहा कि इस ग्रंथालय का लाभ नई पीढ़ी को जरूर मिलेगा. पुस्तकों की बढ़ती कीमतों के कारण वैसे भी कानून की किताबें खरीदना सबके लिए संभव नहीं रह गया है. इसलिए यह ग्रंथ-संपदा सबके लिए निश्चित रूप से उपयोगी साबित होगी.

उन्होंने कहा कि वकील ही कानून की किताबें और ग्रंथालय का महत्व सबसे अधिक समझ सकते हैं. इसलिए यह विधि ग्रंथालय न्यायिक प्रक्रिया में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा. उन्होंने दान और त्याग की भावना का उल्लेख करते हुए कहा की पुलगांव जैसे छोटे से शहर में भाऊसाहेब चौधरी जैसे व्यक्ति ने डेढ़ लाख रुपए मूल्य की अपनी किताबें वकील संघ को दान दे दी. यह महत्वपूर्ण है.

2 लाख रुपए मूल्य के ग्रंथ भेंट

इस मौके पर मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर, औरंगाबाद और गोवा खंडपीठ के प्रबंधक भोजराज पाटिल, श्री राजंदे, न्या. प्रसन्ना वराडे, न्या. जेड. ए.हक, अॅड. अतुल चांदुरकर, अॅड. दीपक लांजेवार, अॅड.सुरेश चौधरी, अॅड.राजीव बारहाते, अॅड.एस.आर. मिश्रा. अॅड. अनिल तिवारी, अॅड. अशोककुमार भार्गव, अॅड. अजय तिवारी, अॅड. मनोज सुखीजा, अॅड. केसरकर आदि सहित वर्धा, औरंगाबाद, नागपुर और यवतमाल के न्यायालयों के न्यायाधीश व वकील भारी संख्या में उपस्थित थे.

वरिष्ठ अधिवक्ता अॅड. अनिल तिवारी ने अपने प्रास्ताविक भाषण में जानकारी देते हुए बताया कि भाऊसाहेब चौधरी व अरुण चौधरी ने वकील संघ को अमूल्य विधि भंडार दिया है. दोनों ने करीब 2 लाख रुपए मूल्य के ग्रंथ संघ को भेंट दिए हैं. अतिथि परिचय अॅड. एस. आर. अली, कार्यक्रम का संचालन अॅड. रामकृष्ण उजवणे और आभार प्रदर्शन अॅड. विद्याधर माथने ने किया.

 

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