भिवापुर (नागपुर)
आदिवासी माना जमात पंचायत भिवापुर की ओर से स्कूली विद्यार्थीयों के लिए निवासी संस्कार शिविर 29, 30 और 31 अगस्त को जिचकार सभागृह में संपन्न हुआ. इसमें 295 विद्यार्थियों ने सहभाग लीया.
आदिवासीयों के भगवान बिरसा मुंडा और माणिक्यादेवी की प्रतिमा को माल्यापर्ण करके मान्यवरों के हांथों दिप प्रज्वलित किया गया. इस कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर इतिहासकार, लेखक भास्कर वाकडे थे. अतिथि आदिवासी संस्कृति के अभ्यासक गोविंदशाह वाल्को, रतन मुंडा(झारखंड), रामकृष्ण वाघ, महिला प्रचारिका गुंफा गायकवाड़, विद्यार्थी चलवल अभ्यासक गुरुदेव नन्नावरे, मूल निवासी आदिवासी महासभा प्रचारक संदीप खङसंग, आनंदराव डडमल और विश्वनाथ वाकडे उपस्थित थे. अपने प्रास्ताविक में शंकर डडमल ने कहा कि, माना समाज बांधवों को अपने अधिकार विषय पर जागरूक रहना आवश्यक है. इस दौरान गोविंदशाह वोल्को और रतन मुंडा ने उपस्थितों काक मार्गदर्शन किया.
तीन दिन तक चले इस संस्कार शिविर में आदिवासी प्रथा, परंपरा, रीती रिवाज, कुल, धर्म, संस्कृति, आदिवासी पंचायत का महत्त्व, अनुसूचि 5 अंतर्गत स्वायत्व और स्वयं शासन, जमीन का मालकाना हक़ इस विषय पर इतिहासकार भास्कर वाकडे, प्रचारक संदीप खङसंग ने विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया. शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानिक विद्यार्थियों ने आदिवासी नृत्य, पथनाट्य, एकांकी प्रस्तुत करके उपस्थितों का मनोरंजन किया. 31 अगस्त को संस्कार शिविर का समापन हुआ. इस दौरान अथिति मुलनिवासी आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय संयोजक भास्कर वाकडे, माना समाज मित्र मंडल नागपूर के प्रा. भगवान नन्नावरे, प्रा. भास्कर रणदिवे मणिक्यादेवी ट्रस्ट के अध्यक्ष आनंदराव डडमल और विश्वनाथ वाकडे उपस्थित थे.
कार्यक्रम का संचालन शंकर डडमल ने किया. उपस्थितों का आभार आनंदराव डडमल ने माना. कार्यक्रम की सफलता के लिए देवेंद्र वाघ, अविनाश श्रीरामे, सुधाकर वाघ,राजू जांभुळे, ने अथक परिश्रम लिया.
