केंद्र सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक व्यवस्था के तहत 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की। इसमें 1.50 रुपये उत्पाद शुल्क में की गई कटौती से कम हुए हैं, जबकि एक रुपये प्रति लीटर का बोझ पेट्रोलियम का खुदरा काम करने वाली सरकारी कंपनियां वहन करेंगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उत्पाद शुल्क में कटौती से केंद्र सरकार को 10,500 करोड़ रुपये के कर राजस्व का नुकसान होगा।
जेटली ने राज्य सरकारों से भी इसी अनुपात में बिक्री कर या वैट में कटौती करने का आग्रह किया। इसके गुजरात और महाराष्ट्र सरकार ने तेल कीमतों में राहत दी है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा, गुजरात भी पेट्रोल और डीजल दोनों की कीमतों में 2.50 रुपये की कटौती करेगा। इसलिए गुजरात में पेट्रोल और डीजल अब 5 रुपये सस्ता हो जाएगा। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने ट्वीट किया कि महाराष्ट्र में भी पेट्रोल की कीमत में 2.50 रुपये प्रति लीटर कटौती होगी। अब वहां पेट्रोल की कीमत 5 रुपये प्रति लीटर सस्ती हो जाएगी।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के चलते भारत में लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। गुरुवार को भी पेट्रोल के दामों में 15 पैसे और डीजल के दामों में 20 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। सार्वजनिक तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को जारी अधिसूचना में बताया कि पेट्रोल और डीजल के दाम क्रमश: 15 पैसे और 20 पैसे प्रति लीटर बढ़ाये गए हैं। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल अब 84 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है। यह दोनों का सर्वकालिक उच्च स्तर है। जबकि मुंबई में पेट्रोल की कीमत 91 रुपये प्रति लीटर पार हो चुकी है।