पुलिस ने जानकारी देने से हाथ झटके
यवतमाल। दिग्रस तहसील के हरसूल गाव में रापनी की बस में सवार एक व्यक्ति द्वारा फेंके गए दो सोने के बैग में बड़े पैमाने पर किसी सोना व्यापारी का माल मिला है, मगर जिस व्यक्ति उदयसिंह चव्हाण को माल मिला था, उसने मात्र 50, 100 रुपए में बेचकर मोकला हो गया. पश्चात उसे पता चलने पर वे असली जेवर थे, उसके बाद उसने गाववाले से और दुकानदार से यह सोना वापिस करने का है, ऐसा बोलकर लेना चाहा, मगर खरीददार लोग उससे भी होशियार निकले. मगर पुलिस के कार्रवाई से डरकर कुछ इमानदार लोगों ने 150 ग्राम सोने के जेवर पुलिस को सौंपे है.
इस मामले में पुलिस से बात की गई तो उन्होंने उच्चत्तम न्यायालय के आदेश होने की बात बताकर कोई भी जानकारी नहीं दी जा सकती, ऐसा बताया. मगर इससे पहले पुलिस कर्मी सोने के जेवर के साथ अपने फोटो निकालने में आगे-पिछे नहीं देख रहें थे. बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहें थे. मगर आज जब इस मामले में पारदर्शकता बरतने का समय आया तो पुलिस ने उच्चत्तम न्यायालय के निर्देश का धत्ता बताकर जानकारी देने से इन्कार कर दिया. इस मामले की जांच थानेदार देशमुख और राऊत कर रहें है.
इस मामले को पुलिस ने इतना गुप्त रखा कि, रोज पुलिस प्रेसनोट में कई मामलों की जानकारी नित्य दी जाती है, मगर इस मामले को अभीतक पुलिस प्रेसनोट का भी हिस्सा नहीं बनाया गया. जिससे इस मामले को गुप्त तरीके से हैंडल किया जा रहा है. जिससे पुलिस के प्रति लोगों का संदेह बढ़ता जा रहा है. इस मामले में पुलिस पारदर्शकता बरते, ऐसी मांग जनता की ओर से की जा रही है. सोना फेंकनेवाला व्यक्ति अब भी पुलिस प्रशासन के सामने नहीं आया है. जिससे पुलिस को इस घटना में कुल कितना माल लोगों के पास है, इसकी कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिल पा रही है. उपर से पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए है.
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