अकोला। सुबह सैर पर निकली एक महिला को चाक़ू लगाकर आरोपीयों ने 50 हजार रूपए की चैन लेकर फरार हो गए. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है. जिले में दिन ब दिन हत्या, चोरी, डकैती की घटनाओं में बढोतरी हो रही है. जिस पर अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन को सफलता नहीं मिल पा रही है. ऐसी ही एक घटना सिविल लाईन पुलिस थाने के अंतर्गत मूर्तिजापूर नाके के पास घटी.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिवणी निवासी कमलाबाई वासुदेव जगताप रविवार को प्रतिदिन की तरह सैर पर निकली थी. इसी बीच मूर्तिजापूर मार्ग पर स्थित नाके के समीप दो मोटरसाइकिल पर आए 4 अज्ञात लोगों ने महिला को चाक़ू की धमकी बताते हुए उसके गले में रखी 50 हजार कीमत की चैन देने के लिए कहा इंकार करने पर जान से मारने की धमकी अज्ञात आरोपियों ने महिला को दे दी. जिससे डर कर महिलाने आरोपियों को सोने की चैन निकालकर दे दी. चैन मिलते ही आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए. घटना के बाद महिला ने सिविल लाईन पुलिस थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. जिससे पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 294 के तहत मामला दर्ज किया है.
अपराधियों के बजाय अतिक्रमण धारियों पर जोर दिखा रही पुलिस
जिला तथा शहर में बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन को सफलता नहीं मिल पा रही हैं. इन अपराधियों पर अंकुश लगाने की जिम्मेदारी जिला पुलिस प्रशासन पर होने की बजाए वह मामले को दर्ज कर खानापूर्ति कर रही है. शहर के पुलिस थानों में मंजूर पदों के अनुपात में काफी कम कर्मचारी तथा अधिकारियों को उपलब्ध करवा गया है किंतु शहर पुलिस उप अधीक्षक व जिला पुलिस अधीक्षक इन दिनों अपराधियों पर अंकुश रखने की बजाए मार्गो के अतिक्रमण निकालने में अपनी ताकत को खर्च कर रहे है. पुलिस की कार्यप्रणाली इन दिनों अपराधी मस्त, पुलिस सुस्त तथा नागरिक त्रस्त को चरितार्थ कर रही है. पुलिस का पहलाकार्य जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना है जबकि दूसरे कार्यो के लिए सरकार ने विभाग का गठन किया है जिन्हें लाखो रूपए वेतन के रूप में जनता की गाढी कमाई टैक्स के नाम पर वसूल कर उन्हें वेतन के रूप में दी जाती है.