Published On : Fri, Jul 5th, 2019

पत्नी के हत्यारे ने किया सरेंडर

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गोंदियाः स्कूल मे मुख्याध्यापिका का किया था कत्ल

गोेंदिया: अपराधी कितना ही चालक और चतुर क्यों न हो लेकिन कानून का भय और खाकी वर्दी का खौफ हमेशा उसे सताता रहता है।

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गोंदिया तहसील के ग्राम इर्रीटोला स्थित जि.प. प्राथमिक शाला में 2 जुलाई को दिनदहाड़े कुल्हाड़ी लेकर दाखिल हुए दिलीप डोंगरे नामक व्यक्ति ने शाला की मुख्याध्यापिका तथा अपनी पत्नी प्रतिभा डोंगरे के सिर, गर्दन पर कुल्हाड़ी चलाते उसे ढेर कर दिया था तथा घटनास्थल पर ही खून से सन्नी कुल्हाड़ी, चप्पल और मोबाइल छोड़कर फरार हो गया था।

पुलिस से आँख मिचौली आखिर कब तक चलती, यहीं सोचकर दिलीप डोंगरे गुरूवार 4 जुलाई को छत्तीसगढ़ के रायपुर से गोंदिया लौट आया और आत्मसमर्पण करने हेतु वह ग्रामीण थाने के सामने पानी टंकी के पास बैठा रहा। मन में हाँ- ना के विचार उठे फिर पतंगा मैदान के सारस चौक निकट फुटपाथ किनारे स्थित चाय टपरी पर वह नाश्ता करने आ गया जहां उसने एक व्यक्ति को आपबीती सुनाई जिसके बाद गोंदिया ग्रामीण थाने से पुलिस गाड़ी में आए अधिकारी उसे गिरफ्तार कर थाने लेकर पहुंचे। अब वह सलाखों के पीछे है। धारा 302 के तहत दर्ज मामले की जांच थाना प्रभारी मनोहर दाभाड़े कर रहे है।

परिवार ने मुझे दूध की मक्खी की तरह निकाल फेंका था?
आरोपी के बतायेनुसार 2014 में बेटी की दत्तोरा के साइंस कॉलेज में एडमिशन करायी गई। बच्चों की पढ़ाई की वजह से वहां किराए का मकान लेकर हम परिवार के साथ रहने लगे। इसी दौरान मेरा साला गोंदिया आ गया और यहीं रहने लगा, यहीं से हम पति-पत्नी के बीच आपसी व्यवहार में खटास शुरू हुई और परिवार ने मुझे दरकिनार कर दूध की मक्खी की तरह बाहर निकाल दिया। लिहाजा गत 6 माह से मैं अकेला ग्राम इर्रीटोला में रहता था और इलेक्ट्रानिक उपकरणों की दुरूस्ती का काम करने गोंदिया जाता था।

वारदात से पहले 2 रातों तक मुझे नींद नहीं आयी
आरोपी दिलीप डोंगरे के मुताबिक 1 व 2 जुलाई के रात उसे नींद नहीं आ रही थी। दिमाग में तनाव और मन में बेचने थी, पुस्तकें पढ़कर और करवटें बदलकर उसने रात बितायी। 2 जुलाई घटना के सुबह उसने खिंचड़ी पकायी और चाय बनायी तथा गोंदिया काम पर जाने को सोचा, इसी बीच अचानक माथा ठनका और दिल में गुस्सा और दिमाग में आक्रोश निर्माण हुआ जिसके बाद वह घर से कुल्हाड़ी लेकर स्कूल चला गया। वारदात के बाद खून से सन्नी कुल्हाड़ी, चप्पल व मोबाइल घटनास्थल पर छोड़कर घर आया और 2 जोड़ी कपड़े उठाए तथा उसी वक्त ट्रेन से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर चला गया।

2 दिनों तक वह रायपुर रेल्वे स्टेशन के वेटिंग रूम में सोता रहा और प्लेटफार्म पर समय बिताया, फिर सोचा, पुलिस के सामने जाकर सरेंडर कर देता हूं, इस तरह पुलिस अधिकारी उसे साथ लेकर थाने पहुंचे। बहरहाल आरोपी दिलीप डोंगरे के खिलाफ फिर्यादी बेटी दिव्यानी की शिकायत पर धारा 302 का जुर्म दर्ज किया गया है।

रवि आर्य

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