Published On : Mon, Nov 21st, 2022

VIDEO: “आज जेल, कल बेल”फिर वही पुराना खेल

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नागपुर – अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस हर तरह के हथकंडे अपना रही है लेकिन सिटी के अपराधी भी इतने ढीठ हैं कि अपने आगे किसी को कुछ समझते ही नहीं. उनके हौसले इतने बुलंद हैं कि पुलिस की गिरफ्त में होने के बाद भी अकड़ कम नहीं हुई. इसका एक उदाहरण हाल ही में देखने को मिला. अपराधियों का यह वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

13 नवंबर की रात पांचपावली थानांतर्गत लष्करीबाग परिसर में गैंगवार के चलते रोहन बिहाड़े नामक अपराधी की हत्या की गई. परिसर में वर्चस्व बनाने के लिए बाबू बकरी उर्फ वीरेंद्र रामगड़िया, अश्विन उर्फ अच्छी इंदूरकर और येशूदास उर्फ शैंकी परमार ने रोहन को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने भी कुछ घंटों के भीतर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, न्यायालय में पेशी के दौरान आरोपियों के साथियों ने पुलिस वैन में बैठे अच्छी से मुलाकात की. मोबाइल पर वीडियो बनाते हुए एक युवक ने अच्छी से अपना डायलॉग कहने को कहा. बस क्या था, किसी फिल्मी सीन की तरह अच्छी ने कहा, ‘आज जेल, कल बेल, फिर वही पुराना खेल.’ ‘बादशाह बोलते चाकू मारते.’ उसके इस डायलॉग पर साथियों की दाद भी मिली.

आने के बाद 50 लाख की टिप धीरे से अच्छी ने कहा कि जेल से आने के बाद 50 लाख की टिप मिलेगी. एक साथी ने अच्छी से खर्रा आदि वस्तुएं मिलने के बारे में पूछा और उसने जवाब दिया कि सारा सामान मिल गया है. यस नया जैकेट भी मिल जाता तो अच्छा होता. यह तो साफ है कि वीडियो अच्छी के साथियों ने ही बनाया है तो कोई दूसरा इंसान उसे वायरल नहीं करेगा. सवाल ये उठता है कि आखिर यह वीडियो बनाकर वायरल करने का क्या उद्देश्य था? अपराधी अपने प्रतिद्वंद्वी की हत्या करने के बाद भी लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि जेल और बेल के बाद उनका यह खेल चलता रहेगा. इससे परिसर में उनकी धाक बनी रहेगी…

विरोधी गैंग को इशारा

रोहन परिसर के चर्चित अपराधी सौरभ वासनिक की गैंग का सदस्य था. वैसे तो बाबू बकरी उसी की हत्या करने के फिराक में था लेकिन पुलिस ने सौरभ पर एमपीडीए लगाकर जेल में डाल दिया था. यह उसका दूसरा एमपीडीए था. सौरभ के जेल जाने के बाद रोहन आरोपियों के लिए आसान शिकार था. अपराधी अपने मनसूबों में कामयाब भी हो गए. बताया जाता है कि अवैध धंधों को लेकर भी दोनों गैंग में ठनी हुई थी. यह वीडियो विरोधी गैंग के लिए इशारा भी था. अपराधियों के जेल से छूटने के बाद भी खूनी खेल जारी रहेगा.