नागपुर– 10 हजार से ज्यादा घर तबाह हुए है, लाखों हेक्टर जमींन खराब हुई, सोयाबीन, कपास, धान और मिर्ची बर्बाद हो चुकी है. लेकिन अभी किसी भी पीड़ित को अनुदान, पैसा या भत्ता नही मिला है. बहोत बुरी परिस्थिति निर्माण हो गई है, लोग अभी अभी आंगनवाड़ी, समाज मंदिर में रह रहे है. कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है, सरकार ने अब तक बाढ़ग्रस्त नागरिकों की किसी भी तरह से कोई भी मदद नही की है. यह कहना है पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का .
उन्होंने राज्य सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जनता की मांग थी, हमने सरकार से मांग की थी कि प्रति हेक्टर 50 हजार रुपए मुहावजा दिया जाए. लेकिन सरकार ने 15 सितंबर को जो काला जीआर निकाला है, उसके अनुसार प्रति हेक्टर केवल साढ़े 6 हजार रुपए जाहिर किए है. उन्होंने कहा कि विदर्भ में 2 हजार करोड़ का नुक्सान हुआ है और केवल सरकार की ओर से 16 करोड़ रुपए दिए गए है.
जब फडणवीस की सरकार थी तो बाढ आयी थी, उस दौरान 7 जीआर निकालकर अनुदान, घर के लिए पैसे और भत्ता दिया गया था. लेकिन इस सरकार ने विदर्भ पर अन्याय करने का काम किया है. कल अगर किसानों ने आत्महत्या की तो इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार रहेगी. इस दौरान बावनकुले के साथ विधायक गिरीश व्यास समेत भाजपा के पदाधिकारियों ने विभागीय आयुक्त को निवेदन सौपा.
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को प्रति हेक्टर 50 हजार रुपए देने चाहिए. साढ़े 6 हजार रुपए हमें मान्य नही है.