स्मारक निर्माण करने की मांग
कन्हान (नागपुर)। 3 फरवरी 2005 को दस वर्ष पूर्व रामटेक-नागपुर रेल्वे पॅसेंजर ट्रेन से शादी की बारात ले जा रहे ट्रैक्टर से टक्कर हुई. इस (दुर्घटना) में 57 लोगों की मृत्यु हो गई थी. यह रेलवे के इतिहास में नागपुर जिले में सबसे बड़ी घटना है. जब यह रेल्वे दुर्घटना हुयी थी. तब इस रेलवे क्रासिंग पर रेलवे फाटक नही था. विगत चार-पांच वर्षो से संजय सत्येकार किसान नेता और सहयोगी दुर्घटना स्थल पर मृतकों को श्रद्धांजली अर्पित करते है. ताकि मृत लोगों को शांती मिले. इस तरह की घटना फिरसे ना हो इसका ध्यान रखा जाये इसलिए इस वर्ष फिरसे 3 फरवरी को संजय सत्येकार और महेंद्र भुरे ने उसी स्थल पर श्रद्धांजली का आयोजन किया गया.
सभा की अध्यक्षता भगवान नितनवरे ने की इसमें प्रमुख करुणा आष्टानकर, योगेश वाडीभस्मे, नरेश पोटभरे, सुनील बंड, राधेश्याम नागपुरे, नथ्थुजी चरडे, अरविन्द नेवारे, नेवा सहारे, शंकर येरने आदि ने श्रद्धांजली में विचार प्रकट किये.
इस सभा की प्रस्तावना संजय सत्येकार ने की तथा संचालक महेंद्र भूरे ने किया. आभार विलास घारपीडे ने व्यक्त किया. इस दौरान सुरेश पारधी, योगेश भुते, अंकुश कारेमोरे, प्रमोद बावनकुले, संजय चोपकर, दिनेश पाली, गणेश भक्ते, संजय तिवसकर, भगवान सरोदे, नरेंद्र बेले, अनिल जाधव हंसराम तडस आदि उपस्थित थे.