Published On : Wed, Feb 22nd, 2017

मुख्याधिकारी, उपकार्यकारी अभियंता व अतिक्रमणकारी की साठगांठ से सरकारी सड़क हो गयी गायब

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नागपुर:
कन्हान नगर परिषद की हद में एक बीस फुट सरकारी सड़क को हड़प कर उस पर अवैध निर्माण करने का कारनामा उजागर हुआ है। विडंबना यह है कि सड़क हड़पने का यह कारनामा कन्हान नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ, लोकनिर्माण विभाग के उप-अभियंता की शह पर हो रहा है। पिछले कई हफ़्तों से सरकारी सड़क पर एक इमारत का अवैध निर्माण जारी है और नागरिकों की बारंबार शिकायत के बावजूद नगर परिषद प्रशासन इस अवैध निर्माण की अनदेखी कर रहा है।

कन्हान नगर परिषद के जवाहर नगर और हनुमान नगर के नागरिकों की ओर से नागपुर टुडे को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार कन्हान शहर से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 7 गुजरता है। इसी सड़क से लगकर एक बीस फुट चौड़ी सड़क शहर के भीतरी रिहायश की तरफ जाती है। यह पहुँच सड़क लगभग पचास वर्ष पुरानी है, क्योंकि इसका उल्लेख कई सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है। इधर कुछ वर्षों से इस सड़क पर अतिक्रमण की शुरुवात हुई। सड़क से लगे प्लॉटों में रहने वाले लोगों ने दो-दो-, चार-चार फुट सड़क ‘दबाने’ का ‘सामाजिक’ काम किया और इस सड़क को एक मुहाने पर सिर्फ बारह फुट का बना दिया। लेकिन दूसरे छोर पर जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 7 पर लगता था, उसे अतिक्रमणकारियों ने बख्श रखा था।

पिछले एक-डेढ़ साल से कन्हान नगर परिषद की हद में राष्ट्रीय राजमार्ग को अतिक्रमण से मुक्त करने की प्रक्रिया चलायी जा रही है, हालाँकि अभी तक या प्रक्रिया कागज़ पर ही है, लेकिन अतिक्रमणकारी डरे हुए और दबाव में हैं तथा वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में लगे हैं। ऐसी ही एक अतिक्रमण की जगह पर मदनानी नामक व्यापारी की मोबाइल बिक्री एवं मरम्मत की दुकान है। अतिक्रमण निर्मूलन कार्रवाई में उसकी भी दूकान टूट रही है, इसलिए उसने अपनी दुकान की बगल से गुजरने वाली पचास साल पुरानी सरकारी सड़क पर ही अतिक्रमण कर रातो-रात दो मंजिला इमारत खड़ा करने के लिए नींव खोद डाली। इतना ही नहीं इस मदनानी नामक व्यापारी ने वहां के नागरिकों के विरोध करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी और अपना अवैध निर्माण कार्य जारी रखा। आज सरकारी सड़क इस मदनानी के इमारत के नीचे दफ़न हो गयी है।

नागरिकों ने कन्हान नगर परिषद की अध्यक्ष, सीईओ, उपाध्यक्ष, लोकनिर्माण विभाग के सभापति के पास लिखित एवं मौखिक शिकायत की। शिकायत किए डेढ़ महीने से ज्यादा गया। अब तो मदनानी की इमारत का निर्माण कार्य अंतिम चरण में पहुँच गया है। शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होने से नागरिक हैरत में हैं और उनका आरोप है कि कार्रवाई इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि कन्हान नगर परिषद के पदाधिकारी, प्रशासन के अधिकारी अतिक्रमणकर्ता मदनानी से तगड़ी रिश्वत ले चुके हैं और उसे अपनी इमारत इसलिए बनाने दे रहे हैं, ताकि इमारत बनने के बाद कानूनन कोई प्रक्रिया कर मदनानी की इमारत को वैध बना सकें।

विज्ञप्ति के जरिए नंदलाल यादव, प्रशांत वाघमारे, सतीश भसारकर, देवराव दुपारे, रोशन यादव, शक्ति पात्रे, धर्मेंद्र गनवीर, सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने इस अवैध निर्माण को तुरंत रोके जाने की मांग की है तथा पूरे प्रकरण की एसआईटी से जाँच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने और सभी सरकारी पदों पर बैठे भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित करने की मांग भी की है। नागरिकों ने जिलाधिकारी से इस मामले में हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया है। किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं होने की दशा में यदि कानून व्यवस्था की कोई स्थिति कन्हान में बिगड़ती है तो नागरिकों ने इसके लिए कन्हान नगर परिषद प्रशासन और मदनानी नामक व्यापारी को ही इसका जिम्मेदार माने जाने की हिदायत भी दी है।

अवैध निर्माणकार्य है तो ढहाया जाएगा : मुख्याधिकारी
इस संदर्भ में प्रभारी मुख्याधिकारी बालासाहब तेढ़े से जब नागपुर टुडे ने संपर्क किया तो उन्होंने सरकारी सड़क पर मदनानी द्वारा अवैध निर्माणकार्य शुरु होने से उसपर रोक लगाने की शिकायत प्राप्त होने की बात स्वीकार की। मजेदार बात यह है कि बालासाहब तेढ़े ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि शिकायत मिलने के बाद अतिक्रमण विभाग के प्रमुख महतो नामक अधिकारी को ‘मौका चौकसी’ रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया है और महतो ने अभी तक रिपोर्ट ही नहीं पेश की है। हालाँकि तेढ़े ने यह आश्वासन जरुर दिया है कि अवैध पाए जाने पर निर्माणकार्य को ढहाया जाएगा।


नागरिकों का सवाल

मुख्याधिकारी बालासाहब तेढ़े के दावे पर नागरिकों का कहना है कि नगर परिषद प्रशासन जानबूझकर मदनानी व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है ताकि उसे बचाने का कोई रास्ता खोजकर उससे मिली रिश्वत का हक़ अदा किया जा सके।

“मौका चौकसी” रिपोर्ट क्या है
प्राप्त शिकायत की जगह पर पहुंचकर तमाम दस्तावेज और सरकारी सन्दर्भों के आधार पर बनायी जाने वाली रिपोर्ट होती है ‘मौका चौकसी’ रिपोर्ट। यह रिपोर्ट बनने में ज्यादा से ज्यादा दो सप्ताह लग सकता है। नागरिकों ने कन्हान नगर परिषद के पदाधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के पास 13 जनवरी को मदनानी के अवैध निर्माण की शिकायत की थी और मुख्याधिकारी तेढ़े ने तुरंत ही मौका चौकसी रिपोर्ट बनाने के आदेश महतो को दिए थे। फिर कहाँ है वह रिपोर्ट?