Published On : Sat, Nov 25th, 2017

जिम्मेदारी अधूरी, लेकिन चाहिए ‘पगार’ पूरी

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नागपुर: मनपा में सबसे प्रभावी मनपा के कर्मी हैं, जो प्रशासन द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारी किसी माह पूरी नहीं करते। ऐसे में प्रशासन या विभागप्रमुख ने जैसे ही उन्हें टोका, फटकार लगाई, तबादला किया कि मनपा में उनके सफेदपोश आका कार्रवाई रोकने के लिए पूरी ताक़त झोंक देते हैं. दूसरी बार मनपा से जुड़े सफेदपोश तब इनके लिए अपने अधिकार रूपी अस्त्र का दुरुपयोग करते हैं। जब इनके द्वारा आर्थिक मुनाफे को लेकर आंदोलन किया जाता है, तब वे प्रशासन पर दबाव बनाकर मांगों में से कुछ पूरी करवा देते हैं तो कुछ का आश्वासन दिलवा देते हैं. मनपा आयुक्त और मनपा के सत्ताधारियों के साथ सभी दल के नेताओं से शहर के जागरुक नागरिकों ने मांग की हैं कि मनपा में वर्षों से चल रहे गैरकानूनी करतूतों पर पर्दा न डालें और सौंपी गई जिम्मेदारी निर्वाह करने पर जोर दे तभी शहर सही मायने में स्मार्ट सिटी न सिर्फ बनेंगा बल्कि कायम रहेगा।

विभाग निहाय दर्जनभर हैं लीडर
मनपा के सभी विभागों में एक-एक दर्जन ऐसे कर्मी हैं, जिनके मासिक कार्यों का अवलोकन किया जाए तो शून्य परफॉर्मेंस दिखेगा। ये कर्मी किसी भी पूर्ण दिन अपने कुर्सी पर काम करते नहीं दिखे। जब भी मिले कार्यालय के बाहर, पूछा तो प्रत्येक बार तरह-तरह के कहानी जरूर सुनाए। इनके अलावा इनके समर्थक भी मजे काट रहे हैं. असल में काम ठेकेदारी में नियुक्त और अस्थाई कर्मी से काम चल रहा है.


सैकड़ों मूल विभाग से दूर लाभ के विभाग में

सफेदपोश आकाओं के साथ मनपा के सैकड़ों कर्मी वर्षों से अपने मूल विभाग में नहीं हैं. अपने आका की मदद से मनचाहे विभाग में तैनात हैं. इनमें से कुछ दर्जन कर्मियों ने तो अपने आदेश में प्रशासन से यह अंकित करवा लिया कि उनकी नियुक्ति/पदोन्नति भले ही नगर रचना आदि विभाग में की गई हो लेकिन वे काम फलां-फलां विभाग में कार्यरत रहेंगे।

आंदोलनकारी शिक्षक कभी नहीं दिखे वर्ग में
कल मनपा मुख्यालय के हरियाली में आंदोलन करने वाले कई शिक्षकों को कभी वर्ग में पढ़ाते नहीं दिखे। स्कूलों में अटेंडेंस पंचिंग मशीन नहीं लगाए जाने से सब मजे काट रहे हैं. कुछ शिक्षक और शिक्षण विभाग के कर्मी वर्षों से अन्य विभाग में मजे काट रहे हैं. इन्हें वेतन शिक्षक व शिक्षण विभाग के हिसाब से दिया जाता और काम दिन भर पदाधिकारियों के कक्षों का चक्कर काट वेतन उठा रहे हैं.


दर्जनभर ब्याजखोर कर्मी मनपा में सक्रिय

मनपा कर्मियों के शौक सह जरूरतें इतनी बढ़ गई हैं कि सैकड़ों कर्मी मनपा में सक्रिय ब्याजखोर कर्मियों के चुंगल में बुरी तरह फंस गए हैं. ये ब्याजखोर कार्यालयीन दिनों में बांटे गए ब्याज वसूली के लिए विभाग-विभाग विचरण करते नज़र आ जायेंगे। इसके अलावा मनपा के बैंकों में पर्सनल लोन लेने के इच्छुक नियमित दिख जायेंगे।