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नागपुर: अदालत में पेशी के लिए जाते पुलिस के चंगुल से भागे अंतरराष्ट्रीय कुख्यात बाघ तस्कर कुट्टू गुलाब िसंह गोंड ठाकुर उर्फ कुट्टू पारधी (उम्र 30 वर्ष) नेपाल बॉर्डर के पास लखीमपुर खिरी से गिरफ्तार किया गया है। 21 जनवरी 2016 से फरार फरार है कुट्टू को मेलघाट में बाघ शिकार मामले में कैद हुई थी। भंडारा जेल से वड़सा न्यायालय में पेश करने ले जाते समय वह चकमा देकर फरार हो गया। तब से उसके खोजबीन की जा रही थी। सीबीआई को भी उसके जांच के िलए जुटाया गया था। कुट्टू को पकड़ने के िलए डब्ल्यूटीआई(वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया) ने डब्ल्यूसीसीबी(वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो) से सहायता मांगी। इसके बाद महाराष्ट्र वन विभाग के साइबर सेल एसीएफ विशाल माली ने उसका लोकेशन ट्रेस कर जानकारी डब्ल्यूसीसीबी को सौंपी। इसके आधार पर डब्ल्यूटीआई व डब्ल्यूसीसीबी की संयुक्त टीम ने मिलकर उसे पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लगे जंगल के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उसे नागपुर लाया जा रहा है। संभवत: यहां से उसे भंडारा जेल के िलए रवाना किया जाएगा। बुधवार की रात उसके नागपुर पहुंचने की खबर है।
बता दें कि मेलघाट टाइगर रिजर्व में एक बाघ के शिकार मामले में मेलघाट टाइगर सेल ने तकरीबन 35 शिकारियों के गैंग को गिरफ्तार किया था। इस गैंस में कुट्टू भी था। कुट्टू के फरार होने के बाद कई दिनों तक उसकी गिरफ्तारी ना होने से कई तरह की अटकलों का बाजार गर्म था। टाइगर कैपिटल नागपुर के वन्यजीव प्रेममियों और संस्थाओं ने कुट्टू की फरारी की तिथि और उमरेड करांडला के बाघ जय की गुमशूदगी कोके दूसरे से जोड़कर देखने की कोशिश की थी। कुट्टू की गिरफ्तारी के बाद जहां वन विभाग के माथे पर लगा दाग मिटा है वहीं बाघ शिकार मामले में उसकी संलिप्तता की भी परतें खुलेंगी। जय की गुमशूदगी के बारे में भी उससे पूछताछ हो सकती है।