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नागपुर: सरकारी काम में टालमटोल, देरी लगाने के साथ प्रमाण पत्रों में नाम बदलने के आवेदनों को लेकर की गई लेटलटीफी को लेकर जिलाधिकारी सचिन कुर्वे ने गंभीरता से लिया है। गुरुवार को उमरेड उप विभाग के तीन पटवारियों के निलंबन के आदेश जारी किए जाने की जानकारी जिलाधिकारी ने दी। निलंबित किए गए पटवारियों में एस.बी. गुजर, एस.जे. मुंढरे व डब्ल्यू. बी. शिंदे के खिलाफ यह कार्रवाई का आदेश उमरेड के राजस्व अधिकारी ने दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ए.बी. गुजर को अमोल वालके के खिलाफ मौजा खापरी में नाम में बदलाव करने संबंधित आवेदन 9 दिसंबर 2016 से प्रलंबित होने के साथ ऑन लाइन सातबारा तैयार नहीं करने की शिकायत की थी।
शिकायत जांच के दौरान सही भी पाई गई थी। इसी तरह पटवारी एस.बी. मुंढरे को डायरी न लिखने, गांव नमूने निरीक्षण के दौरान समय का उल्लेख न करना, साथ ही अकृषक मांग के गांव दो के अनुसार ग्राम नमूने में सरकारी वसूली में अंतर पाए जाने को लेकर अनियमित्तता के तहत निलंबित किया गया। केवल यही नहीं डब्ल्यू.बी. शिंदे पर कैशबुक में वसूली न दर्ज करते हुए गलत आंकड़े भरने की खुलासा हुआ।
सरकारी वसूली का हिसाब असंतोषजनक पाए जाने और सुधार कार्य करने में देरी लगाने और ऑन लाइन सातबारा तैयार नहीं करने को लेकर यह कार्रवाई की गई। इन तीनों के खिलाफ नागरी सेवा नियम के तहत सरकारी सेवा से निलंबित करने का आदेश जिलाधिकारी ने दिया।