Published On : Tue, Jul 30th, 2019

विगत पांच सालों में महाराष्ट्र पुलिस का कार्य उत्कृष्ट – फडणवीस

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मुंबई : महाराष्ट्र पुलिस की प्रतिमा देश में अच्छी है. यह प्रतिमा अधिक ऊंची करने के और उसके लौकिकता में बढ़त करना है. इसके लिए सरकार पुलिस विभाग के साथ हमेशा पूर्ण ताकद के साथ है, ऐसा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज यहां कहा. विगत पांच साल में महाराष्ट्र पुलिस की कामगिरी उत्कृष्ट रही है, ऐसा गौरवोद्गार भी उन्होंने निकाला. राज्य के पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की दो दिवसीय परिषद के उद्घाटन अवसर पर वे बोल रहे थे.

इस अवसर पर गृह राज्यमंत्री (ग्रामीण) दीपक केसरकर, गृह राज्यमंत्री (शहर) डॉ. रणजित पाटिल, मुख्य सचिव अजोय मेहता, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार, पुलिस महासंचालक सुबोधकुमार जयस्वाल मंच पर उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस ने कहा, राज्य पुलिस दल बड़ी क्षमतायुक्त देश का एकमात्र दल है. इसलिए पिछले कई सालों के अनुभव को देखते हुए इस दल ने अपनी सतर्कता और सजगता से कई अप्रिय घटनाओं को टालने में बड़ा कार्य किया है. संवाद के जरिये कई बातों को हासिल किया जा सकता है, यह साबित किया है. कानून और सुव्यवस्था रखना और सेवा देने का कर्तव्य पूरा करना पड़ता है. इसलिए शासक नहीं बल्कि सेवक के रूप में काम करना होगा. यह बदलाव स्वीकार कर लोकाभिमुखता बढ़ानी होगी. नागरिक,जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद साधकर कई मुद्दों को साध्य किया जा सकता है, यह ध्यान में लेना होगा.

अपराध सिद्धी का प्रमाण बढ़ने की बात को बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, अपराध सिद्धी का प्रमाण बढ़ रहा है. लेकिन मामूली अपराधों में पकड़े गए माल को वापस दिलाने के लिए कार्यपद्धति निर्माण करनी होगी. इससे आम नागरिकों में विश्वास निर्माण होगा. किसी भी स्थिति में पुलिस की प्रतिमा मलीन न हो इसके लिए प्रयास करने होंगे. इसके लिए ही तकनीकी का आग्रह किया जा रहा है. तकनीकी के कारण पारदर्शकता आती है और विश्वासार्हता बढ़ती है.

आगामी समय में त्यौहार, उत्सव और चुनाव के दौरान कुछ बुरी ताकते बुरी घटनाओं को अंजाम देने का प्रयास करती है. उनपर शिकंजा कसा जाए. त्यौहार, उत्सव शांतिपूर्ण वातावरण में पूर्ण होने के लिए सुसंवाद बढ़ाए, लोगों में सुरक्षा के उपायों के बारे में विश्वास निर्माण करने का प्रयास करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस ने दिए. उन्होंने कहा कि, पुलिस कल्याण की कई योजनाएं चलाई जा रही है. विपरीत परिस्थिति में काम करनेवाले और चुनौतियों का सामना करनेवाले पुलिस के साथ सरकार हमेशा खड़ी है. इसलिए पुलिस दल में सुधार और कल्याण की योजनाओं के प्रस्तावों पर तत्काल और सकारात्मक निर्णय समय समय पर लिए गए है. इसके लिए अधिकाधिक निधि भी उपलब्ध करवाया जाएगा.

ड्रग्ज के खिलाफ जीरो टॉलरन्स
परिषद के उद्घाटनपर भाषण में मुख्यमंत्री श्री. फडणवीस के पुलिस को ड्रग्ज के खिलाफ गंभीरता के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. उन्होंने कहा ड्रग्ज के कारण भावी पीढ़ी बर्बाद हो सकती है. इसलिए इसके बारे में गंभीरता के साथ विचार करने का समय है. इसके लिए आतंकवाद,नक्सलवाद के खिलाफ जितने तीव्रता के साथ कार्रवाई की जाती है उतनीही तीव्रता से ड्रग्ज के खिलाफ कार्रवाई की जानी होगी. ड्रग्ज के खिलाफ जीरो टॉलरन्स की भूमिका से इस संबंध में कार्रवाई की जाए. इसके लिए आवश्यक होनेपर और प्रभावी नीति तैयार की जाए और कार्रवाई के लिए अलाव यंत्रणा निरमा की जाए, ऐसे निर्देश भी उन्होंने दिए.

गृह राज्यमंत्री श्री. केसरकर ने कहा, ‘पुलिस दल के लिए निधि की कमी न होने के लिए प्रयास किया गया है. पुलिस अधिकारियों में आर्थिक अधिकारों का विकेंद्रीकरण करने की भूमिका ली गई है. पुलिस के लिए जिला नियोजन मंडल की निधि से आधुनिकीकरण के लिए साधनसामग्री उपलब्ध करने का प्रावधान किया गया है.

गृह राज्यमंत्री डॉ. पाटिल ने कहा कि, ‘पुलिस दल के आधुनिकीकरण के प्रयासों के साथ श्रमशक्ति के व्यावसायिक सक्षमीकरन के लिए प्रयास किए गए है. अत्याधुनिक तकनीकी का उपयोग और पारदर्शकता लाने पर मुख्यमंत्री महोदय ने जोर दिया है. अपराध सिद्धि का प्रमाण बढ़े इसके लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं जिला स्तर तक नियोजन किया है. इसके लिए विधि विशेषज्ञों से भी चर्चा की. उन्होंने इस दल को बदलाव की दिशा दी है.

मुख्य सचिव श्री. मेहता और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री. संजय कुमार ने पुलिस दल के कार्य के बारे सराहना करते हुए पुलिस विभाग में हुई सुधारनाओं का जिक्र किया.

आरम्भ में पुलिस महासंचालक श्री. जयस्वाल ने प्रास्ताविक में महाराष्ट्र पुलिस दल के कामकाज का ब्यौरा प्रस्तुत किया.

इस समय राज्य की कानून और सुव्यवस्था का जायजा लिया गया. साथ ही आगामी त्यौहार,उत्सव तथा चुनाव आदि के संदर्भ में कई गई पूर्व तैयार की जानकारी दी गई.

इस दो दिवसीय परिषद में विभिन्न क्षेत्र के प्रेरक मार्गदर्शकों के साथ पोलिसिंग की दृष्टी से अत्याधुनिक तकनीकी और कार्य पद्धति से विशेषज्ञों के व्याख्यानों का आयोजन किया गया है.