नागपुर : नागपुर रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को आरपीएफ प्रधान आरक्षक कि तत्परता के कारण एक बुजुर्ग महिला यात्री की जान बची. कारण बुजुर्ग की जान बची उनका नाम शेषराव पाटील है और वे आरपीएफ के प्रधान आरक्षक है. जानकारी के अनुसार गुरुवार को करीबन 17.15 बजे ट्रेन नं. 12106 गोंदिया – मुम्बई विदर्भ एक्सप्रेस नागपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नं. 03 से प्रस्थान करते समय ए.सी. कोच बी-2 से एक वृद्ध महिला यात्री चलती ट्रेन से उतरने का प्रयास करते समय प्लेटफार्म पर गिर गई. ट्रेन तथा प्लेटफार्म के मध्य का गैप ज्यादा होने के कारण उक्त महिला यात्री की जान जा सकती थी, जिस कारण मौके की गंभिरता को समझते हुये पेट्रोलिंग डयुटी पर तैनात प्रधान आरक्षक शेषराव पाटील द्वारा त्वरित कार्यवाही कर दौडकर उक्त महिला को अपनी ओर प्लेटफार्म पर खिंच लिया.
उक्त घटना से महिला यात्री बहुत ही घबरा गई थी जिस कारण उसी प्लेटफार्म पर उपस्थित निरीक्षक नागपुर वी.एन.वानखेडे द्वारा प्रधान आरक्षक शेषराव पाटील के साथ उक्त महिला को साईड में बैठाया गया तथा सांत्वना देते हुये पानी पिलाया गया. महिला से पुछताछ करने पर उनके द्वारा अपना नाम सुशीला अग्रवाल, बताया गया और उनकी उम्र 73 वर्ष है और वे अकोला की रहनेवाली है.
उपरोक्त घटना के संबंध में महिला द्वारा बताया गया कि, वह अपनी छोटी बहन के साथ विदर्भ एक्सप्रेस से अकोला जाने हेतू नागपुर स्टेशन पर आयी थी, ट्रेन आने पर उनकी बहन टी.टी.ई से सीट के संबंध में पुछताछ करने चली गई, जिस कारण वह ए.सी. कोच बी-2 में चढ गई. कुछ समय बाद ट्रेन अचानक चालू हो जाने तथा उनकी बहन उस समय तक वहाॅ नही आने के कारण घबराहट के कारण वह चलती ट्रेन से कुद गई और निचे गिरने पर किसी ने उसका हाथ पकड कर उसे बाहर खिंचा. जिस कारण उसकी जान बच गई .
आर.पी.एफ स्टाफ द्वारा की गई त्वरित कार्यवाही के कारण उसकी जान बच गई . जिस कारण उक्त महिला यात्री द्वारा कहा गया कि ’’अगर आप लोग नही होते तो आज मेरी जान चली गई होती’’
स्टेशन पर समय – समय पर पी.ए. सिस्टम के माध्यम से उद्घोषणा किया जाता है कि, ’’चलती ट्रेन से उतरने या चढने का प्रयास न करे यह जानलेवा हो सकता है’’