Published On : Tue, Aug 16th, 2022

कन्हान नदी पर बने नया ऑवरब्रिज उद्घाटन की राह तक रहा

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– आवाजाही करने वाले हज़ारों वाहन चालकों को जान जोखिम में डाल कर पुराने पुलिया करनी पद रही

नागपुर – कन्हान नदी पर बने नए पुल पर ताला लगा दिया गया है क्योंकि इसका उद्घाटन कौन करेगा, इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. इसलिए हलके-भारी वाहन चालकों को अपनी जान जोखिम में डाल कर पुराने खतरनाक पुल के ऊपर से आवाजाही करनी पड़ रही है।

यह पुल लगभग 150 साल पहले, अंग्रेजों ने व्यापारिक यातायात के लिए कन्हान नदी पर वर्ष 1870 में बनाया था। उस समय 12 लाख 50 हजार की लागत से पत्थरों से पुल का निर्माण किया गया था। अब पुल ने अपने 152 साल पूरे कर लिए हैं। एक अंतरिम ऑडिट में, पुल को खतरनाक बताया गया था।

इसलिए 2014 में तत्कालीन केंद्रीय (सड़क एवं परिवहन) मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस ने तत्कालीन सांसद मुकुल वासनिक की मौजूदगी में वैकल्पिक पुल का शिलान्यास किया था। पुल को तीन साल में बनकर तैयार होना था। बीच के राजनीतिक घटनाक्रम के कारण, पुल का निर्माण धीमा था।

अंत में पूर्व मंत्री सुनील केदार ने प्रशासन को नए पुल का काम पूरा करने के निर्देश देते हुए जल्द ही नागरिकों के आवागमन के लिए पुल खोलने का वादा किया था.

अब राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ है। इस कारण पुल के खुलने का समय फिर से विलंबित हो गया। विधायक चंद्रशेखर बावनकुले के माध्यम से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पुल को लेकर बयान दिया है और पुल का उद्घाटन करने की मांग की है.

उद्घाटन में टालमटोल रव्वैये के कारण नागरिकों को पुराने पुल से मजबूरन आवाजाही करनी पड़ रही हैं.

फिलहाल भारी बारिश के कारण पुल में दरारें और छेद हो गए हैं। पुल पर बार-बार लगने वाले जाम के कारण एंबुलेंस में सफर कर रहे मरीज को भी काफी परेशानी उठानी पड़ती है. इसलिए नागरिकों ने नए पुल पर लगे बैरिकेड्स हटाकर यातायात खोल दिया; लेकिन प्रशासन और कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं को नागरिकों की क्षणिक खुशी नजर नहीं आई और फिर से उक्त सड़क को जाम कर दिया गया.