नागपुर – शहर के बहुजन नगर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक व्यक्ति कोबरा जैसे खतरनाक सांप को लेकर खुलेआम घूमता नजर आया। 51 वर्षीय जितेंद्र रामापुरकर खारवाल नामक व्यक्ति ने कहीं से यह विषैला सांप पकड़ा और उसे अपने साथ लेकर एक निजी कंपनी के पास छोड़ने की कोशिश कर रहा था।
घटना की जानकारी मिलते ही विदर्भ सर्पमित्र समिति के सदस्य हिमांशु मौके पर पहुंचे। उन्होंने व्यक्ति को सांप की प्रजाति और उसके ज़हरीले स्वभाव के बारे में समझाया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुआ। बाद में समिति के अध्यक्ष मोनू सिंह और सदस्य आकाश मेश्राम ने भी समझाने की कोशिश की, बावजूद इसके व्यक्ति अपनी ज़िद पर अड़ा रहा।
स्थिति को गंभीर होता देख रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर (RFO) रीना राठौर और पी.टी. नेवारे मौके पर पहुंचीं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि व्यक्ति सांप नहीं सौंपता तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तब जाकर उसने कोबरा सर्पमित्र समिति को सौंपा।
इसके बाद समिति के सदस्यों मोनू सिंह, आकाश मेश्राम, हिमांशु सुरजूसे की मौजूदगी में सांप को सुरक्षित ढंग से उसके प्राकृतिक पर्यावरण में छोड़ दिया गया। इस पूरे प्रयास में RFO राठौर मैडम और नेवारे मैडम की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही।
प्राकृतिक संतुलन के लिए जरूरी है जागरूकता
विशेषज्ञों का मानना है कि कोबरा जैसे संरक्षित प्रजाति के सांप को पकड़ना और इधर-उधर छोड़ना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि खतरनाक भी। ऐसे मामलों में नागरिकों को सजग और जिम्मेदार बनना होगा।